जयपुर: राजस्थान में निवेश को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा आयोजित राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024 में आए निवेशकों, उद्योगपतियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने स्वागत किया है. उन्होंने कहा, अतिथि देवो भवः राजस्थान की परंपरा रही है. साथ ही उन्होंने राइजिंग राजस्थान के दौरान हुए एमओयू को धरातल पर उतारने की सरकार से मांग की है. वे बोले- बीते एक साल से प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी हुई है, जिसे कंट्रोल करना जरूरी है, ताकि यहां आने वाले उद्योगपतियों और निवेशकों को अच्छा वातावरण मिल सके.
गोविंद सिंह डोटासरा ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि आज से प्रदेश सरकार राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024 का आयोजन कर रही है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका शुभारंभ करने के लिए पधारे हैं. हम प्रधानमंत्री, इस समिट में भाग ले रहे उद्योगपतियों का हार्दिक स्वागत करते हैं.
डोटासरा ने क्या कहा, सुनिए... (ETV Bharat Jaipur) उद्योग लगाने के लिए सुविधाएं दे सरकार : डोटासरा ने कहा कि हम चाहेंगे कि राजस्थान में उद्योग लगाने के लिए राज्य सरकार उद्योगपतियों को सुविधाएं दे. प्रदेश में 12 महीने से कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी हुई है. उस पर जरूर कंट्रोल करने की आवश्यकता है, जिससे यहां आने वाले उद्योगपतियों को अच्छा वातावरण मिले. निर्भीक और निडरता के साथ वो अपना व्यापार कर सकें, जिससे हमारे नौजवानों को रोजगार मिलेगा. नौकरियां मिलेंगी और प्रदेश की प्रगति होगी.
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आज जैसी सफाई-व्यवस्था हर दिन होनी चाहिए : डोटासरा ने कहा कि आज जिस प्रकार से समिट को देखते हुए सफाई व्यवस्था की गई है, उसी प्रकार की सफाई व्यवस्था हमेशा रहे. यह प्रयास मुख्यमंत्री और सरकार को करना चाहिए. कांग्रेस का प्रयास रहता है कि जो उद्योगपति राजस्थान आते हैं, उन्हें सुविधाएं और अच्छा वातावरण मिले. जब हमारी सरकार थी, तब भी हमने उनके लिए बहुत अच्छे प्रयास किए थे. समुचित वातावरण और सुविधाएं प्रदान की थी.
एमओयू कागजों में नहीं सिमटे, धरातल पर उतरे : डोटासरा ने आगे कहा कि एक बात जरूर कहूंगा कि इस समिट के बाद एमओयू केवल कागजों में सिमटकर नहीं रह जाए, बल्कि इन्वेस्टमेंट धरातल पर उतरना चाहिए. कितने उद्योगपति आते हैं और कितने उद्योग लगाते हैं. कितने लोगों को रोजगार मिलता है और इस समिट में कुल कितना खर्चा हुआ. यह सब बातें प्रदेश की जनता जानना चाहती है.
राजस्थान की तरक्की के लिए मिलकर करें प्रयास : पीसीसी चीफ ने कहा कि हम सब मिलकर यह प्रयास करेंगे कि राजस्थान कैसे तरक्की करे. इसे लेकर हम सब प्रयास करेंगे. इसमें कोई दोराय नहीं है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से जो चर्चाएं हैं कि राजस्थान सरकार केवल कागजी खानापूर्ति करके एमओयू की बड़ी शृंखला दिखाना चाहती है. उससे राजस्थान राइजिंग नहीं होगा और राजस्थान के युवाओं को नौकरी भी नहीं मिलेगी.
सरकार को दिखानी होगी गंभीरता : डोटासरा ने कहा कि इसलिए वास्तव में किस प्रकार उद्योगपतियों को यहां लाकर धरातल पर इन्वेस्टमेंट के लिए प्रेरित किया जा सके, ताकि एमओयू को धरातल पर उतारा जाए. इस बात पर सरकार को गंभीरता से प्रयास करने पड़ेंगे. कानून-व्यवस्था की स्थिति भी उन्हें मेंटेंन करनी पड़ेगी, जिससे निडरता के साथ उद्योग लगा सके और व्यापार कर सकें, ताकि ऐसे आयोजन का उदेश्य सफल हो सके.