रिसाली की पार्षद ईश्वरी साहू के पति और देवर की पिटाई, थाने में जमकर हुआ हंगामा - Assault with councilor husband
Risali councilor Ishwari Sahu रिसाली निगम की पार्षद ईश्वरी साहू के पति और देवर की पिटाई का मामला सामने आया है.इस मामले में दूसरे पक्ष ने भी थाने में काउंटर केस दर्ज किया है. Assault with councilor husband
रिसाली की पार्षद ईश्वरी साहू के पति और देवर की पिटाई (ETV Bharat Chhattisgarh)
दुर्ग :रिसाली निगम की महिला पार्षद ईश्वरी साहू इन दिनों फिर सुर्खियों में है. लेकिन इस बार मामला सीधा ईश्वरी से नहीं जुड़ा है.बल्कि उनके पति और देवर का है.जिनकी वार्डवासियों ने पिटाई की है. पिटाई के बाद नेवई थाने में दोनों ही पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ मामला पंजीबद्ध कराया है.दोनों पक्षों के बीच हुए विवाद और थाने में हंगामा करने का वीडियो अब सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है.
क्या है मामला ? : रिसाली के मौहारी मरौदा शिवमंदिर के पास रावटे परिवार अपनी दादी के रिटायर होने की पार्टी मना रहा था.इसी दौरान ईश्वरी साहू का पति अपने भाई के साथ मौके पर आया.विवाद यहीं से शुरु हुआ. थाने में दोनों पक्षों की रिपोर्ट की माने तो साहू परिवार का कहना है कि वो पार्टी में झगड़े को शांत कराने के लिए पहुंचे थे.लेकिन उल्टा रावटे परिवार के लोगों ने मारपीट कर दी.जब दोनों भाईयों ने रावटे परिवार को रोकना चाहा तो भी वो नहीं माने और मारपीट की.
रिसाली की पार्षद ईश्वरी साहू के पति और देवर की पिटाई (ETV Bharat Chhattisgarh)
रावटे परिवार ने भी दर्ज कराई शिकायत : दूसरे पक्ष से उमेश रावटे ने शिकायत दर्ज कराई कि वो मौहारी मरोदा में रहता है. मजदूरी का कार्य करता है.वो अपनी दादी की रिटायरमेंट पार्टी में व्यस्त था. इसी दौरान प्रदीप साहू और ईश्वरी साहू आए. दोनों ने हल्ला मचाने का आरोप लगाते हुए गाली गलौज की.इसके बाद परिवार के लोगों के साथ मारपीट की.मारपीट की घटना के बाद पार्षद ईश्वरी साहू नेवई थाने पहुंची और मारपीट का मामला दर्ज कराने की बात कही. दूसरे पक्ष से उमेश रावटे भी थाने पहुंचे. दोनों पक्षों का हंगामा देखते हुए नेवई थाना प्रभारी आनंद शुक्ला ने दोनों के खिलाफ मारपीट का काउंटर अपराध दर्ज किया है.
ईश्वरी साहू ने सरकारी योजना के लिए लिए थे पैसे :आपको बता दें कि ईश्वरी साहू वही पार्षद है जिन पर महतारी वंदन योजना के फॉर्म में साइन करने के एवज पर पैसे मांगे थे.जिसके बाद ईश्वरी साहू को MIC की सदस्यता से हटा दिया गया था.