रीवा : प्रदेश की पांचवीं रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव रीवा में आज 23 अक्टूबर को आयोजित की जा रही है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सुबह 10.30 बजे इस रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम के मुख्य हॉल में शुभारंभ करेंगे. इस कॉन्क्लेव में देश के प्रमुख उद्योगपति शामिल हो रहे हैं. मुख्यमंत्री विंध्य में औद्योगिक क्षेत्र में निवेश के संबंध में उद्योगपतियों से अलग-अलग चर्चा करेंगे. माना जा रहा है कि इस कॉन्क्लेव में रीवा में हजारों करोड़ के निवेश के रास्ते खुलेंगे.
रीवा में सीएम का ऐसा है शेड्यूल
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज 23 अक्टूबर को एक दिवसीय प्रवास पर रीवा आएंगे. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 23 अक्टूबर को सुबह 8.50 पर भोपाल से वायुयान से प्रस्थान कर सुबह 9.40 पर रीवा एयरपोर्ट पहुंचेगे. इसके बाद सीएम सीधे कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम पहुंचकर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का शुभारंभ करेंगे. उद्घाटन समारोह के बाद मुख्यमंत्री विंध्य क्षेत्र में निवेश प्रस्तावों के संबंध में उद्योगपतियों से वन टू वन चर्चा करेंगे. कार्यक्रम के समापन के बाद मुख्यमंत्री शाम 6 बजे एयरपोर्ट रीवा से वायुयान से प्रस्थान कर शाम 6.50 बजे एयरपोर्ट भोपाल पहुंचेगे.
कॉन्क्लेव में देश के कई दिग्गज उद्योगपति करेंगे शिरकत
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ग्रामीण विकास और श्रम मंत्री व रीवा जिले के प्रभारी मंत्री प्रहलाद पटेल, नगरीय विकास मंत्री, प्रतिमा बागरी, उद्योग मंत्री चैतन्य कश्यप, ग्रामीण विकास मंत्री राधा सिंह भी शिरकत कर रही हैं. समारोह में बिड़ला ग्रुप, डालमिया ग्रुप, पतंजलि समूह सहित कई बड़े समूहों के उद्योगपति शामिल हो रहे हैं. समारोह में शामिल होने के लिए चार हजार से अधिक उद्योगपतियों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है. कार्यक्रम में विषय विषयज्ञों द्वारा लघु उद्योगों, कुटीर उद्योगों, कृषि पर आधारित उद्योगों, पर्यटन उद्योग के संबंध में विशेष रूप से बनाए गए सेमिनार कक्ष में चर्चा की जाएगी. इसमें लगभग एक हजार लोगों के बैठने की क्षमता है. कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों व प्रमुख उद्योगों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है.
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव से पर्यटन को लगेंगे पंख
उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने बताया, '' मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर विंध्य के विकास के लिए रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव बड़ी सौगात साबित होगी. विंध्य में खनिज संपदा पानी, बिजली और उद्योगों को स्थापित करने के लिए पर्याप्त भूमि उपलब्ध है. विंध्य में रेलवे लाइन, हाइवे व एयरपोर्ट की सुविधा भी है. विंध्य में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व, संजय गांधी टाइगर रिजर्व, मुकुन्दपुर व्हाइट टाइगर सफारी, मां शारदा मंदिर मैहर, चित्रकूट, चचाई प्रपात, पुरवा प्रपात, बहुती प्रपात सहित अनेक पर्यटन स्थल हैं. इसके साथ-साथ पूरे विंध्य में कई ऐतिहासिक स्थल भी हैं. इनसे विन्ध्य में पर्यटन को ऊंची उड़ान मिलेगी.''
औद्योगिक विकास को भी मिलेगी नई गति
डिप्टी सीएम ने आगे कहा, '' विंध्य में 225 किलोमीटर की परिधि में 29 बड़ी औद्योगिक इकाईयां संचालित हैं. विंध्य सीमेंट उत्पादन और बिजली उत्पादन का बहुत बड़ा केन्द्र है. रीवा में 750 मेगावाट का सोलर प्लांट विंध्य की प्रगति की गाथा कह रहा है. यहां बाणसागर का बांध होने से पूरे विंध्य में कृषि और उद्यानिकी के क्षेत्र में क्रांतिकारी प्रगति हुई है. धान, गेंहू, प्याज, कई तरह के फूल, सब्जियां व फल बड़ी मात्रा में उत्पादित किए जा रहे हैं. कोदौ, मक्का, ज्वार जैसे श्री अन्न का भी उत्पादन तेजी से बढ़ रहा है. इनके प्रोसेसिंग यूनिट रीवा और सिंगरौली में स्थापित किए गए हैं. खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में भी विन्ध्य तेजी से प्रगति करने की ओर कदम बढ़ा रहा है. रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव से विन्ध्य के औद्योगिक विकास को नई गति मिलेगी.''