नई दिल्ली:8 मार्च को दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का उद्देश्य है कि महिलाओं को विकास के इस दौड़ में सफलता के नए मुकाम हासिल करने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करना ताकि उन्हें मुख्य धारा में शामिल किया जा सके और देश के विकास की नई इबारत लिखी जा सके. इसी के मद्देनजर इसके चलते नारी सशक्तिकरण के रंगों को बिखेरने वाली "रिफ्लेक्शंस ऑफ वुमनहुड" चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है.
लाडो सेराई स्थित गैलरी पायनियर और निकटवर्ती डिवाइन आर्ट गैलरी में शाम 6:30 बजे से प्रदर्शनी शुरू हो जाएगी. चित्रकला प्रेमी इस प्रदर्शनी का आनंद 28 मार्च तक उठा पाएंगे. प्रदर्शनी में तमाम चित्रकालाओं के साथ साथ मूर्तियां, फोटोग्राफी, इंस्टॉलेशन और प्रिंटमेकिंग की कला देखी जा सकेगी. प्रदर्शनी में न केवल महिलाओं का, बल्कि धरती माता से लेकर शिव और शक्ति के साथ ब्रह्मांड की शुरुआत तक हर नारी का प्रारूप देखने को मिलेगा.
इस प्रदर्शनी में 54 कलाकारों की कलाकृतियों को शामिल किया गया है, जिन्होंने अनगिनत महिलाओं के साहस, प्रेम और समर्पण की इन कहानियों को अपने कैनवस और मूर्तियों पर बहुत सशक्त ढंग से उकेरा. इसमें दो वरिष्ठ नृत्य उस्ताद और गुरु भी शामिल हैं, जो प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे. यह प्रदर्शनी तीन कला दीर्घाओं का एक सहयोगात्मक प्रयास है, जिसमें पायनियर आर्ट गैलरी, डिवाइन आर्ट गैलरी और एहसास द्वारा डिजिटल भागीदारी शामिल है. इस प्रदर्शनी का संचालन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित क्यूरेटर और कलाकार मनीषा गावड़े द्वारा किया जा रहा है.