रांचीः झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के द्वारा खुद 70 सीट लेने और बाकी सीट सहयोगियों के लिए रखने को लेकर झारखंड राजद ने कड़ी नाराजगी जताई है. आलम ऐसा रहा कि शनिवार को पार्टी के आला नेता तेजस्वी यादव ऐसे नाराज हुए कि उन्हें मनाने के लिए सीएम हेमंत सोरेन और कांग्रेस प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर को होटल तक जाना पड़ा.
झारखंड में राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज झा ने संवाददाता सम्मेलन कर साफ कर दिया कि विधानसभा चुनाव में राजद 60-62 सीट पर महागठबंधन को मदद करेगा. बाकी की 19-21 सीट पर राजद अपना उम्मीदवार खड़ा करेगा. मनोज झा ने कहा कि बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एक एक संभावना तलाश रहे हैं. सीएम तो हेमंत सोरेन को ही बनाना है उसके लिए व्यापक नजरिया चाहिए, उसी नजरिए से देखना होगा. इस बार हम 18 से 20 पर मजबूत हैं ये 12 या 13 भी होगा तो हमें स्वीकार्य है. लेकिन तीन चार सीट पर लड़ने कहेंगे तो स्वीकार्य नहीं है. हम 19 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार देंगे और सोमवार को प्रत्याशियों की घोषणा भी कर दिया जाएगा.
दलों की ये खटास अब भी कायम है. रविवार को रांची में राजद के प्रदेश कार्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्य सभा सांसद मनोज झा ने प्रेस वार्ता की. उन्होंने कहा कि 2019 में हमारे राष्ट्रीय अध्य्क्ष लालू प्रसाद ने हृदय पर पत्थर रखकर भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए 07 सीट पर चुनाव लड़ा. लेकिन राजद का राज्य की 22 सीट पर अकेले जीतने की ताकत है. हम BJP से लड़ने वाली पार्टी, हमारे नेता को जेल जाना मंजूर पर भाजपा से दोस्ती मंजूर नहीं.
शनिवार को दिनभर के घटनाक्रम की चर्चा करते हुए राजद प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि हमलोग सीएम हेमंत सोरेन के आवास पर गए, बहुत सौहार्दपूर्ण बात के बाद एकतरफा घोषणा हुई. शनिवार को हेमंत सोरेन के आवास पर बैठक सौहार्दपूर्ण नहीं रहा, एक नेता का व्यवहार कष्टकर, 03 और 04 सीट पर बात सही नहीं है. मनोज झा ने कहा कि भाजपा के विरोध का राजद प्रतीक है. हमारे दल और नेता ने भाजपा से दोस्ती की आंख मिचौनी नहीं खेली. हम लड़ाई जीतेंगे, भाजपा के प्रलोभन के आगे हमारा 01 विधायक नहीं डिगा. हम गठबंधन की नाव को डूबने नहीं देंगे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बनना है, आपको जनाधार नेता और दल को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.