नई दिल्ली/गाजियाबाद:गाजियाबाद में स्कूली छात्रों की सुरक्षा को लेकर यातायात विभाग द्वारा विशेष चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. अभियान के तहत यातायात पुलिस द्वारा ऐसे तमाम वाहनों को चिन्हित किया जा रहा है जोकि नियमों को ताक पर रखकर स्कूली बच्चों को स्कूल छोड़ने लाने का काम कर रहे हैं. चेकिंग अभियान के दौरान यातायात पुलिस को न सिर्फ अवैध रूप से स्कूलों वाहनों का संचालन होता मिला बल्कि स्कूली वाहन में क्षमता से ज्यादा छात्रों को ले जाते हुए पाया गया. यातायात विभाग द्वारा ऐसे वाहनों को सीज़ करने की कार्रवाई की गई है.
वाहनों के खिलाफ चेकिंग अभियान अभियान के दौरान यातायात पुलिस द्वारा स्कूली वाहनों की स्थिति, फिटनेस प्रमाण पत्र, वाहन का बीमा, चालक का लाइसेंस, परमिट आदि की जांच की गई. चेकिंग अभियान के दौरान यातायात पुलिस को कई वाहन क्षमता से अधिक बच्चों को ले जाते मिले. चेकिंग के दौरान यातायात पुलिस को बच्चों की एक ऐसी स्कूली वैन मिली जिसकी सीटिंग कैपेसिटी तो 8 सीटर थी लेकिन उसमें 13 बच्चे भरे हुए थे. खबर लिखे जाने तक यातायात विभाग द्वारा तकरीबन 100 से अधिक स्कूली वाहनों को सीज़ किया गया है.
एडीसीपी ट्रैफिक पीयूष सिंह ने कहा कि छात्रों की सुरक्षा से खिलवाड़ करने पर होगा एक्शन (ETV Bharat)
इस सिलसिले में एडीसीपी ट्रैफिक पीयूष सिंह ने कहा कि
"पिछले कुछ दिनों से शिकायत मिल रही थी कि जिले के विभिन्न स्कूलों में अवैध रूप से विभिन्न प्रकार के वाहनों में माध्यम से स्कूली छात्रों को स्कूल छोड़ने लाने का काम किया जा रहा था. शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए यातायात पुलिस द्वारा जिले के विभिन्न स्कूलों के बाहर सघन चेकिंग अभियान संचालित किया गया. यातायात नियमों का उल्लंघन कर संचालित वाहनों को सीज करने की कार्रवाई की गई है. अब तक करीब 100 से अधिक वाहन सीज़ किए जा चुके हैं. कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी."
"क्षमता से अधिक छात्रों को वाहन में बैठाते हैं"
ADCP ने बताया कि मोटा मुनाफा कमाने के लिए स्कूलों में लगे वाहन वहां क्षमता से अधिक स्कूली छात्रों को वाहन में बैठाते हैं. जिससे कि लगातार बड़े हादसे का खतरा बना रहता है. खास बात यह है कि अभिभावक इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देते हैं जिसका फायदा स्कूली वाहन चालक उठाते हैं. यदि आप स्कूल बहन या फिर बस के माध्यम से अपने बच्चों को स्कूल भेजते हैं तो जरूरी है की जांच लें कि वहां का परमिट, फिटनेस आदि होना चाहिए. वाहन चालक के पास ड्राइविंग लाइसेंस मौजूद हो और सभी यातायात नियमों का पालन किया जा रहा हो.
स्कूली वाहनों के खिलाफ ताबड़तोड़ एक्शन (ETV Bharat)