रांची: कब चेतेगी पुलिस. कब चेतेगा प्रशासन. क्या अपने ऊपर बीतने के बाद ही खुलेगी नींद. नशे की गिरफ्त में समा रही है युवा पीढ़ी. रांची के हर कॉलेज, स्कूल और कोचिंग संस्थानों के बाहर ड्रग्स बिक रहे हैं. नशा और अपराध की राजधानी बन गई है रांची.
रांची के सांसद संजय सेठ ने पिछले दिनों चुटिया थाना क्षेत्र के 'एक्सट्रीम बार' में हुए कोल्ड ब्लडेड मर्डर कांड का हवाला देते हुए पुलिस और प्रशासन को चेताया. प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने कहा कि अगर नशे के बढ़ते दायरे को नहीं रोका गया तो आने वाली पीढ़ी माफ नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि रांची की जलवायु अच्छी है. यहां की स्कूलिंग अच्छी है. खेल और कला संस्कृति में रांची आगे हैं. लेकिन युवाओं में नशे की बढ़ती लत चिंता का विषय है.
सांसद संजय सेठ ने कहा कि 'बार लाउंज' को रात 12 बजे तक ही खोला जा सकता है. शराब की दुकानें रात 10 बजे तक ही खुली रह सकती हैं. लेकिन इन नियमों का कहीं कोई असर नहीं है. राजधानी के हर थानाक्षेत्र में नियम को धत्ता बताया जा रहा है. लिहाजा, चुनाव आचार संहिता का हवाला देते हुए सांसद संजय सेठ ने कहा कि 4 जून के बाद अगर लाउंज में शराब परोसने के टाइम टेबल का ख्याल नहीं रखा गया तो मैं घर नहीं बैठूंगा. उसे रोकने के लिए जो करना होगा, उसे करूंगा.
संजय सेठ ने कहा कि नशा के आदि हो रहे युवा ना सिर्फ अपना शरीर बर्बाद कर रहे हैं बल्कि परिवार को भी बर्बाद कर रहे हैं. उन्होंने रांचीवासियों से नशा के खिलाफ कारवां बनाने की अपील की. उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ जोरदार आंदोलन करने की जरुरत है.