बलरामपुर:मनरेगा का मकसद है मजदूरों को रोजगार देना. नियमों के मुताबिक मनरेगा में जो भी काम किया जाएगा उसे मजदूरों के द्वारा ही पूरा करना है. मशीन या उसके लिए किसी भी तरह की गाड़ी का इस्तेमाल नहीं करना है. मकसद साफ है कि मनरेगा के तहत होने वाले काम में ज्यादा से ज्यादा मजदूरों की भागीदारी रहे. जिले के रामचंद्रपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत लावा में मनरेगा योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2023-24 में मिट्टी बांध निर्माण कार्य कराया जा रहा है. निर्माण कार्य मेंं मजदूरों की जगह जेसीबी मशीन का उपयोग किया गया. मामले की शिकायत ग्रामीणों ने कलेक्टर से कि जिसके बाद जिला पंचायत सीईओ अब मामले की जांच करेंगे. ग्रामीणों ने जनपद सीईओ पर कार्रवाई किए जाने की मांग की है.
रामानुजगंज में प्रशासन की नाक के नीचे JCB से चल रहा था मनरेगा का काम - Use of JCB in work of MNREGA scheme - USE OF JCB IN WORK OF MNREGA SCHEME
मनरेगा में नियमों के तहत मशीनों से काम नहीं लिया जाना है. पर बलरामपुर के ग्राम पंचायत लावा में मनरेगा के तहत जेसीबी से खनन का काम किया जा रहा है. कलेक्टर को जब इस बात की शिकायत मिली तो प्रशासनिक अमला हरकत में आया. कलेक्टर के आदेश पर अब जिला पंचायत सीईओ इसकी जांच करेंगे.
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Jun 29, 2024, 8:13 PM IST
मजदूरों की जगह मशीनों से लिया जा रहा काम:जिले के ग्राम पंचायत लावा में मनरेगा योजना के तहत मिट्टी बांध निर्माण कार्य कराया जा रहा था. प्रशासन की नाक के नीचे जेसीबी से खुदाई का काम चल रहा था. मजदूरों ने इसपर आपत्ति जताई. शिकायत कलेक्टर तक पहुंची जिसके बाद जांच के आदेश दिए गए. आरोप है कि तकनीकी सहायक के द्वारा आधा-अधूरा कार्य करते हुए 12 लाख 63 हजार 870 रूपए का मूल्यांकन किया गया और मूल्यांकन के आधार पर कार्यालय के द्वारा 12 लाख 55 हजार 68 रूपए का भुगतान कर दिया गया है.
जनपद सीईओ ने किया वसूली का नोटिस जारी: जनपद पंचायत की रामचंद्रपुर की मुख्य कार्यपालन अधिकारी इंदिरा मिश्रा ने मामले में जांच के बाद कार्रवाई करते हुए पंचायत के सचिव सरपंच उप सरपंच रोजगार सहायक तकनीकी सहायक को नोटिस जारी कर दो दिनों के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है. स्पष्टीकरण नहीं देने पर इनके विरुद्ध 12 लाख 63 हजार 870 रूपए की वसूली तथा एफआईआर भी दर्ज किया जाएगा.