कुल्लू: भारत में भाई और बहन का रिश्ता सबसे पवित्र माना गया है. भाई-बहन के रिश्ते को मजबूती देने वाला रक्षाबंधन का त्योहार इस साल 19 अगस्त सोमवार को मनाया जाएगा. इस दिन बहने अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं और भाई अपनी बहनों की रक्षा का प्रण लेते हैं. रक्षाबंधन के त्योहार को भाई-बहन के प्यार के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है.
दोपहर तक रहेगा भद्राकाल
आचार्य आशीष कुमार ने बताया कि रक्षाबंधन के दिन भद्रा और पंचक का भी साया बना रहा है. ऐसे में 19 अगस्त को रक्षाबंधन सुबह 3:04 पर ही शुरू हो जाएगा और पूरा दिन पूर्णिमा की तिथि उपस्थिति रहेगी. 19 अगस्त रक्षाबंधन के दिन सुबह 6 बजे से ही भद्रा भी लग जाएगी और दोपहर 1:29 तक भद्रा उपस्थित रहेगी. ऐसे में भद्राकाल में रक्षाबंधन का पर्व बनाना सही नहीं है. 19 अगस्त को भद्रा के समाप्त होने के बाद बहने अपने भाई को राखी बांध सकती हैं.
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
आचार्य आशीष कुमार ने बताया कि हालांकि 19 अगस्त को चंद्रमा मकर राशि में होने के कारण भद्रा का निवास पाताल में रहेगा और पृथ्वी लोक पर भद्रा का कोई प्रभाव नहीं रहेगा, लेकिन धार्मिक शास्त्रों के अनुसार भद्रा की उपस्थिति में राखी बांधना ठीक नहीं है. इसलिए 19 अगस्त को दोपहर 1:29 के बाद ही भद्रा समाप्त होने के बाद बहनें रक्षाबंधन का त्योहार मनाएं. ऐसे में दोपहर 1:30 बजे से लेकर शाम 9:00 बजे के बीच राखी बांधने का अच्छा मुहूर्त बन रहा है.
पंचक में शुभ काम करें या नहीं ?
आचार्य आशीष कुमार ने बताया कि हर माह के 5 दिन ऐसे होते हैं, जिन्हें पंचक कहा जाता है और इसमें शुभ कामों को करने की मनाही होती है. अगस्त माह में पंचांग का आरंभ श्रावण मास की पूर्णिमा 19 अगस्त को शाम 7:01 से शुरू हो रहा है जो 23 अगस्त तक रहेगा, लेकिन सोमवार का दिन शुरू होने के कारण यह राज पंचक होंगे. ऐसे में इस पंचक में शुभ कामों को आसानी से कर सकते हैं और इसमें किसी प्रकार का दोष नहीं लगता है.
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