राजगढ़: मध्य प्रदेश के राजगढ़ में एक अजीब मामला सामने आया है. जहां एक सप्ताह पहले दो युवक बिहार से दो-दो लाख में दो दुल्हनों से शादी करके घर लाए थे, जो एक हफ्ता भी अपने पति के साथ नहीं टिक पाईं. दोनों दुल्हनों ने अपने पतियों पर दुष्कर्म के झूठे केस की धमकी देकर थाने में राजीनामा कराकर फरार हो गईं. लोगों ने पुलिस पर पैसा लेकर राजीनामा कराने का आरोप लगाया है. पुलिस ने इस पर सफाई देते हुए एक वीडियो भी जारी किया है. मामले को लेकर क्षेत्र में लोगों के बीच काफी चर्चाएं हो रही हैं.
दो-दो लाख में आई दुल्हनें एक हफ्ते भी नहीं टिकीं
राजगढ़ जिले के सुलतानिया गांव के रहने वाले 45 वर्षीय प्रेम सिंह की शादी को हुए 10 साल से ज्यादा का समय हो गया है. शादी के इतने दिन बाद भी कोई बच्चा नहीं होने के कारण प्रेम सिंह और उसकी पत्नी के बीच आपसी समझ से प्रेम सिंह ने दूसरी शादी करने का फैसला किया. वहीं दूसरी तरफ राजगढ़ के ही नारानिया गांव निवासी 30 वर्षीय मुकेश की पत्नी का एक साल पहले निधन हो गया था. मुकेश को भी दूसरे जीवनसाथी की जरुरत थी. जिले के ही खिलचिपुर गांव निवासी दलाल हेमराज ने दोनों को दूसरी शादी के लिए दो लड़कियों की फोटो दिखाई. दोनों लड़कियां बिहार के रोहतास जिले की रहने वाली थीं. दो-दो लाख रुपये में दोनों की शादी तय हो गई. बीते सोमवार को दोनों ने हिंदू रीती-रिवाज से रोहतास के एक मंदिर में शादी कर ली. शादी के बाद दोनों जोड़े राजगढ़ अपने घर आ गए.
पतियों पर दुष्कर्म का झूठा केस लगाने की धमकी
सुलतानिया गांव निवासी प्रेम सिंह की पत्नी शादी के तीन दिन बाद गुरुवार को किसी युवक के साथ घर से भाग रही थी. ग्रामीणों ने दोनों को पकड़कर प्रेमसिंह के हवाले कर दिया था. नई नवेली दुल्हन प्रेम सिंह को दुष्कर्म के केस में फंसाने की धमकी देने लगी और शादी के सौदे को रफा-दफा करने का दबाव डालने लगी. वहीं, नारानिया गांव में ब्याही दूसरी दुल्हन ने भी अपने पति मुकेश को दुष्कर्म के केस में फंसाने की धमकी देकर उसने भी शादी के सौदे को रफा-दफा करने के लिए दवाब डाला. मामला बढ़ता देख दोनों जोड़े उद्रखेड़ी पुलिस थाने पहुंचे जहां दलाल हेमराज को बुलाया गया तो उसने शादी करा देने के बाद की जिम्मेदारी से अपना पल्ला झाड़ लिया. दुल्हनों के दुष्कर्म के केस में फंसाने की धमकी से डरते हुए दोनों जोड़ों ने आपस में अलग होने का समझौता कर लिया.
डर के मारे पतियों ने थाने में दिया राजीनामा