जयपुर :पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से शनिवार सुबह राजधानी जयपुर में मौसम पलटा खा गया. जयपुर के झोटवाड़ा, सिरसी, वैशाली नगर, मानसरोवर, विद्याधर नगर और सी-स्कीम इलाके में इस दौरान बूंदाबांदी के साथ बरसात का दौर देखने को मिला. इस दौरान राजधानी की सड़कों पर ट्रैफिक भी रेंग-रेंग कर चलता हुआ नजर आया. हालत यह रहे कि अंबेडकर सर्किल से राजस्थान विधानसभा भी कोहरे की आगोश में लिपटी रही और नजर नहीं आई. जिले के ग्रामीण इलाकों में भी इस बरसात के बाद किसान काफी खुश नजर आए. राज्य में झालावाड़ और दौसा जिलों के अलावा जोधपुर, जोधपुर ग्रामीण, नागौर, जैसलमेर, बाड़मेर, रामदेवरा, पोकरण, बीकानेर, अजमेर, अलवर, करौली और पाली सहित कई जिलों में बारिश का दौर चला. इस बरसात के बाद हालांकि ठंडी हवाओं का दौर थम गया, लेकिन तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई है.
मावठ से खुश हुए किसान :मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार ही राज्य में देर रात से ही बादलों ने आसमान में अपना डेरा डाल लिया. इसके बाद सुबह हल्की बूंदाबांदी के बीच रुक-रुक कर बरसात होती रही. इस बरसात के बाद धरतीपुत्र भी काफी खुश हैं. जाहिर है कि पौष माह के अंतिम दौर और माघ मास की शुरुआत की बारिश को किसानों के लिए अमृत के समान माना जाता है. मावठ की बारिश रबी फसल के लिए फायदेमंद होती है. इससे गेहूं, लहसुन, रायड़ा, जीरा, प्याज और ईसबगोल की फसल की अच्छी ग्रोथ होगी. इसके उलट अपनी फसल को लेकर मंडी तक पहुंचे हुए किसान थोड़ा परेशान हैं. कोलायत, झुंझुनू, हदा, मढ़, कोटड़ी और हाडला सहित अन्य कृषि मंडियों में रखी फसलें भी बारिश से खराब हो गई हैं.
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