जयपुर: प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में बने कम दबाव के क्षेत्र के असर से सोमवार को जोधपुर और उदयपुर संभाग के कुछ हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है. वहीं, 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं भी चलने की संभावना है.
मौसम विभाग के मुताबिक उदयपुर और जोधपुर संभाग के दक्षिणी भागों में 27 अगस्त को भी तेज हवाओं के साथ भारी और कहीं-कहीं अति भारी बारिश की गतिविधियां जारी रह सकती है. 28 अगस्त को दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान में कहीं-कहीं भारी बारिश होने और शेष अधिकांश भागों में भारी बारिश की गतिविधियों में कमी होने की प्रबल संभावना है. इस बीच भरतपुर, जयपुर, अजमेर, कोटा और बीकानेर संभाग के कुछ भागों में आगामी दो दिन हल्की मध्यम बारिश के कुछ दौर दर्ज किए जा सकते हैं.
पढ़ें: पार्वती नदी के घाटों पर चादर, 40 गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से कटा
राजस्थान में दर्ज मौसम का हाल : पिछले 24 घंटों में पश्चिमी राजस्थान में अनेक स्थानों पर और पूर्वी राजस्थान में अधिकांश स्थानों पर मेघगर्जन के साथ वर्षा दर्ज की गई है. राजसमंद, चित्तौड़गढ़, अजमेर, भीलवाड़ा और पाली जिले में कहीं कहीं भारी वर्षा, बांसवाड़ा और डूंगरपुर जिले में भारी से अति भारी वर्षा के अलावा प्रतापगढ़ जिले में भारी से अत्यंत भारी वर्षा दर्ज की गई है. पूर्वी राजस्थान में सर्वाधिक बारिश पीपलखूंट (प्रतापगढ़) में 260.0 एमएम और पश्चिमी राजस्थान के जैतारण, पाली में 70 एमएम बारिश दर्ज की गई है.
बीसलपुर में बंपर पानी की आवक:बीसलपुर बांध में बीते 12 घंटे में 16 सेंटीमीटर पानी आया है और बांध 70 प्रतिशत से ज्यादा भर चुका है. फिलहाल बांध का जलस्तर 313.75 RL मीटर के पार जा चुका है, यानी बांध में पिछले साल जितना पानी तो आ ही गया है. बीसलपुर बांध में 25 अगस्त की रात को दस बजे 313.59 मीटर जलस्तर दर्ज किया गया, जो 26 अगस्त को सुबह 8 बजे 313.75 मीटर हो गया. यानी 12 घंटे में बांध में 16 सेंटीमीटर पानी आ गया. बांध के पानी पर निगरानी रखने वाले इंजीनियरों का मानना है कि 26 अगस्त को ही बांध का जलस्तर 313.85 मीटर के पार हो जाएगा. बांध में बनास, मेनाली और कोठारी नदियों के जरिए पानी की आवक बनी हुई है. इन तीनों नदियों के त्रिवेणी पर साढ़े चार मीटर की चादर चल रही है. बांध की भराव क्षमता 315.50 RL मीटर है.