जयपुर : राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने फायरमैन भर्ती में सफल रहे 156 अभ्यर्थियों को अपात्र घोषित कर दिया है. बोर्ड ने नॉन ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट, यूनिवर्सिटी डिग्री और डिप्लोमा सर्टिफिकेट मिसमैच होने के चलते मंगलवार को ये फैसला लिया. बोर्ड के इस फैसले के बाद अब रिक्त पदों पर प्रोविजनल उम्मीदवारों को एक और मौका मिलेगा.
नगरीय निकायों में रिक्त पड़े फायरमैन के 600 पदों पर 2021 में भर्ती निकाली गई थी, जिसका 2 साल बाद 2023 में रिजल्ट जारी किया गया और सफल रहे 480 अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी गई. वहीं, बचे हुए 120 पदों के लिए प्रोविजनल अभ्यर्थियों के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया जारी थी. राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड को सफल रहे अभ्यर्थियों के डॉक्यूमेंट को लेकर शिकायतें मिली थी, जिसे लेकर जांच की गई और अब जांच में एनओसी, यूनिवर्सिटी डिग्री और डिप्लोमा सर्टिफिकेट मिसमैच होने के चलते 156 उम्मीदवारों को अपात्र घोषित कर दिया गया है.
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अभी 480 पदों पर हुई पोस्टिंग : इस संबंध में राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष मेजर जनरल आलोक राज ने बताया कि फायरमैन के 600 पदों में से 480 पदों पर ही पोस्टिंग दी गई थी, जबकि 120 पदों पर नियुक्ति होना बाकी था. इसी को मद्देनजर रखते हुए प्रोविजनल अभ्यर्थियों के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन किए जा रहे थे, जिनमें अनियमितता पाई गई. वहीं, जांच पूरी होने के बाद अब 156 अभ्यर्थियों को अपात्र घोषित किया गया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस प्रकरण की और गहनता से जांच की जा रही है और जो कैंडिडेट पहले सेलेक्ट होकर ज्वाइन कर चुके हैं, उनकी भी जांच करवाई जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि वो दलालों को पहचाने और उनसे बचें. कॉलेज और यूनिवर्सिटी में जो दुकान चल रही है, उनको भी पहचान कर उनसे बचने की भी नसीहत दी. बता दें कि कर्मचारी चयन बोर्ड की भर्ती परीक्षाओं में लगातार फर्जी दस्तावेजों के आधार पर युवाओं के आवेदन करने की शिकायतें सामने आ रही हैं. इस पर बोर्ड ने सख्त रुख अख्तियार किया है. साथ ही फर्जी अभ्यार्थियों को रोकने और फेक डॉक्यूमेंट को जांचने का काम भी किया जा रहा है.