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सीएम ने कविता पढ़कर साधा निशाना, डोटासरा ने कर दी CBI जांच की मांग, कहा- बदनाम कर अपनी खाल बचा रहे हैं - Paper Leak Controversy - PAPER LEAK CONTROVERSY

Rajasthan Paper Leak, राजस्थान विधानसभा में बजट पर जवाब के दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कविता पढ़कर पेपर लीक मामले में कांग्रेस और प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर निशाना साधा. जवाब में डोटासरा ने रीट सहित तमाम भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग कर दी.

Govind Singh Dotasra
गोविंद सिंह डोटासरा (ETV Bharat Jaipur)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jul 29, 2024, 9:10 PM IST

गोविंद सिंह डोटासरा, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष (ETV Bharat Jaipur)

जयपुर. राजस्थान विधानसभा में बजट पर जवाब के दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कविता पढ़कर पेपर लीक मामले में कांग्रेस और प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर निशाना साधा. जवाब में डोटासरा ने रीट सहित तमाम भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग कर दी. दरअसल, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार को बजट पर जवाब देते हुए कविता पढ़ी और पूर्ववर्ती सरकार पर पेपर लीक मामले को लेकर निशाना साधा.

'पेपर लीक इतने हुए कितने करूं बखान,
पास हुए परिवारजन क्या क्या करूं बयान,
खूब करी मेहमाननवाजी अपनी सरकार बचाने को,
जनता का पैसा लुटवाया अपना राज बचाने को.'

डोटासरा बोले- अब नंबर इनका है, कितने पेपर करवाते हैं ? : इसके जवाब में विधानसभा में पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि जब NEET पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई को दी जा सकती है, तो REET और दूसरे पेपर लीक मामलों की जांच ये सीबीआई को क्यों नहीं देना चाहते हैं. दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. ये नाहक बदनाम करके और इस तरह से माहौल बनाकर अपनी खाल बचाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि अब नंबर इनका है. कितने पेपर करवाते हैं और कितनों को नौकरी दे पाते हैं.

पढ़ें :बजट पर रिप्लाइ के साथ ही सीएम भजनलाल ने खोला घोषणाओं का पिटारा, कई बड़ी घोषणाएं की - Reply on budget

कितनी पर्चियां आती हैं, किसको फायदा मिलता है ? : गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि ये कितने टेंडर करवाते हैं. कितने गुजरात के व्यापारियों को सीधा बुलाकर लाभ देते हैं और कितनी दिल्ली से पर्चियां आती हैं. इन पर्चियों से किनको कितना लाभ मिलता है. यह सब आने वाले समय में साफ हो जाएगा. कितने वादे, आश्वासन और घोषणाएं इन्होंने किए हैं. ये एक पूरा नहीं कर पाएंगे.

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