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रायपुर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अचानक पहुंचे बाल आश्रम, जानिए मामला - District Legal Services Authority

रायपुर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव गुरुवार को बाल आश्रम पहुंचे और बच्चियों से बात की.

Raipur bal ashram Inspection
सचिव का बाल आश्रम का दौरा

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Feb 16, 2024, 8:59 AM IST

रायपुर:पूरे जिले में आगामी नेशनल लोक अदालत को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण और राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की योजनाओं का भरपूर प्रचार प्रसार किया जा रहा है. इसके साथ ही सभी सामाजिक, शैक्षणिक संस्थानों का भी निरीक्षण भी किया जा रहा है. गुरुवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायपुर के सचिव बाल आश्रम पहुंचे. वहां बच्चों के रहने की व्यवस्था, भोजन की सुविधा, किचन की देखरेख और भवन के नवीनीकरण का निरीक्षण किया.

सचिव का बाल आश्रम का दौरा

बालिका आश्रय गृह पहुंचकर बच्चों से की बात: प्राधिकरण के सचिव प्रवीण मिश्रा ने कन्या विद्यालय और महाविद्यालय में पॉक्सो ई बॉक्स की व्यवस्था का भी निरीक्षण किया. महाविद्यालय परिसर में सुरक्षा के दृष्टिकोण से छात्राओं से भी बातचीत की. बालिका आश्रय गृह पहुंचकर बच्चियों से बातचीत करते हुये उन्हें मिलने वाली सुविधाओं के संबंध में पूछताछ की. बच्चियों के शिक्षा स्वास्थ्य और मूलभूत सुविधाओं के संबंध में भी जानकारी ली और हर प्रकार की विधिक सहायता देने का आश्वासन दिया.

जेल की रसोई पहुंचे सचिव: केन्द्रीय जिला जेल के बंदियों को दी जानेवाली सुविधाओं का भी निरीक्षण करते हुये जेल प्रशासन को बंदियों के मौलिक अधिकारों की सुरक्षा से संबंधित बिन्दुओं पर चर्चा की गई. जेल परिसर में बंदियों से भी बात करते हुये रसोई, पाकशाला और मूलभूत सुविधाओं का भी निरीक्षण किया गया. बंदियों को दी जानेवाली विधिक सहायता के लिये आवश्यक निर्देश दिये.

रायपुर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण

इस दौरान लौटते समय सचिव ने एक मृत व्यक्ति को खुले गाड़ी में ले जाते हुये पाए जाने पर गाड़ी को रोककर परिजनों से पूछताछ की, जिसमें पता चला कि मृतक के परिजन शव का पोस्टमार्टम कराने थाने में बिना सूचना दिये स्वयं की व्यवस्था कर ले जा रहे थे. इस सूचना के आधार पर तुरंत जिला न्यायाधीश और अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अब्दुल जाहिद कुरैशी ने सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को मृतक के परिजनों को हर प्रकार की विधिक सहायता पहुंचाने के लिए कहा.

संबंधित थाना प्रभारी ने बताया कि एम्बुलेंस आने की सूचना मृतक के परिजनों को दी गई थी लेकिन एम्बुलेंस आने के पहले ही मृतक के परिजन अपनी गाड़ी से शवले गये. जिसके बाद पैरालीगल वॉलेंटियर्स मनीष ध्रुव और सहदेव नेताम को नियुक्त कर संबंधित पुलिस थाने, मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी और मेकाहारा अस्पताल प्रबंधन से समन्वय स्थापित करते हुये मृतक के परिजनों को पोस्टमॉर्टम के बाद एंबुलेंस से शव को घर तक पहुंचाने का आश्वासन दिया.

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