बलरामपुर: बलरामपुर रामानुजगंज सहकारी बैंक में एक करोड़ से ज्यादा का घोटाला हुआ. साल 2023 में यह घोटाला हुआ. अगस्त 2024 में इस केस में एफआईआर दर्ज हुआ. उसके बाद से इस केस में दो आरोपियों को अगस्त 2024 में गिरफ्तार किया गया. बुधवार 22 जनवरी 2025 को इस केस में दो अन्य लोगों की गिरफ्तारी हुई है. इसमें ब्रांच मैनेजर को अरेस्ट किया गया है. जो उस समय बैंक में तैनात थे. बलरामपुर रामानुजगंज पुलिस ने बताया कि सहकारी बैंक में एक करोड़ तैंतीस लाख रुपये का गबन किया गया था.
किसानों की लोन राशि में घोटाला: पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ है कि आरोपियों ने किसानों को मिलने वाले लोन की रकम में घोटाला किया. इसके साथ समिति की रकम में भी गबन किया. पुलिस ने बीते साल अगस्त के महीने में इस घोटाले में केस दर्ज किया था. शाखा प्रबंधक शंकर राम भगत, कैशियर विजय कुमार, कैशियर राजेश पाल, कंप्यूटर ऑपरेटर पंकज विश्वास और अन्य के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी. पुलिस की जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि आरोपियों ने गैर वित्तीय नियमों के तहत समिति खाताधारक और किसानों को मिलने वाली सरकारी राशि में घोटाला किया था.
रामानुजगंज सहकारी बैंक में एक करोड़ तैंतीस लाख रुपये के गबन केस में सहकारी बैंक के तत्कालीन शाखा प्रबंधक शंकर राम भगत को गिरफ्तार किया गया है. उनके साथ ही सह आरोपी मनोज विश्वास को भी अरेस्ट किया गया है. दोनों को कोर्ट में पेश किया गया. अदालत ने दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है- विश्व दीपक त्रिपाठी, एडिशनल एसपी बलरामपुर
सहकारी बैंक में एक करोड़ तैंतीस लाख रुपए का गबन हुआ था. इस केस में पहले दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. अब तत्कालीन शाखा प्रबंधक शंकर राम भगत और उसके सहयोगी मनोज विश्वास को गिरफ्तार किया गया है. जबकि कंप्यूटर ऑपरेटर पंकज विश्वास फरार चल रहा है. जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है- रमाकांत तिवारी, थाना प्रभारी, रामानुजगंज
आरोपी की संपत्ति जब्त: पुलिस ने इस केस में आरोपी की संपत्ति को भी जब्त किया है. जिसमें आरोपी के तरफ से खरीदा गया ट्रैक्टर और पिकअप शामिल है. दोनों वाहन की कीमत 15 लाख रुपए आंकी गई है.