छपरा: बिहार में बढ़ते अपराध को रोकने के लिए पुलिस कई कदम उठा रही है. जेल के अंदर बैठे अपराधी कई बड़ी घटनाओं को बड़े आराम से अंजाम दिलाते हैं. ऐसे में मंडल कारा छपरा में छापेमारी की गई. जिलाधिकारी डीएम अमन समीर और पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गौरव मंगला द्वारा संयुक्त रूप से रविवार को मंडल कारा छपरा का औचक निरीक्षण कर छापेमारी की गई. मंडल कारा में दो घंटे तक की गई छापेमारी में कुछ भी नहीं मिला.
छपरा जेल में छापेमारी: छापेमारी में सभी वार्डों की एक-एक कर तलाशी ली गई. यह देखकर कैदियों में हड़कंप मच गया. यह छापेमारी अभियान सुबह के 4 बजे से शुरू हो गई थी. उस समय मंडल कारा के कैदी सो रहे थे. दोनों पदाधिकारियों ने जेल में सभी वार्ड में गहन छापेमारी की लेकिन किसी भी वार्ड से कोई भी संदिग्ध वस्तु बरामद नहीं की गई.
"मंडल कारा के सभी वार्डों की गहनता से तलाशी ली गई. हालांकि 2 घंटे तक चली गहन जांच के बाद मंडल कारा से जिला प्रशासन के हाथ कुछ भी नहीं लगा. जांच उपरांत मंडल कारा से निकलने के बाद डीएम ने बताया कि जिला प्रशासन के द्वारा यह रूटीन चेकिंग था. सभी वार्डों की गहन जांच की गई है. कोई भी आपत्तिजनक वस्तु प्राप्त नहीं हुआ है."-अमन समीर, डीएम
छापेमारी से हड़कंप:डीएम के साथ सदर एसडीओ संजय राय, एसपी, डीएसपी संतोष कुमार, भगवान बाजार थाना अध्यक्ष सुभाष कुमार, नगर थाना अध्यक्ष अश्विनी कुमार तिवारी सहित कई थानों की पुलिस मंडल कारा पहुंच गई. कैदियों की नींद खुलते ही उनमें हड़कंप मच गया. मंडल कारा पहुंची जिला प्रशासन की टीम ने सुबह 4से 6 बजे तक 2 घंटे सघन जांच की.