नई दिल्ली :हरियाणा में चुनाव हारने के बाद कांग्रेस समझ नहीं पा रही है कि आखिर ये हार क्यों हुई क्योंकि भाजपा सरकार में 10 साल की एंटी एंटी इनकम्बेंसी का फायदा कांग्रेस को मिलना तय माना जा रहा था. एग्जिट पोल भी इसी ओर इशारा कर रहे थे लेकिन ऐन मौके पर बीजेपी ने बाज़ी मार ली. अब हरियाणा के नतीजों को लेकर कांग्रेस का मंथन जारी है.
हरियाणा में हार पर बैठक :हरियाणा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस ने आज पहली समीक्षा बैठक बुलाई थी जिसमें पार्टी के तमाम दिग्गज नेता शामिल हुए. बैठक पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के घर पर हुई जिसमें नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी शामिल हुए. इसके अलावा बैठक में संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, हरियाणा पर्यवेक्षक अशोक गहलोत और अजय माकन शामिल हुए.
बैठक में भड़के राहुल गांधी :सूत्रों के मुताबिक बैठक के दौरान हरियाणा चुनाव के परिणामों को लेकर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी खासे नाराज़ नज़र आए. राहुल गांधी ने चुनावी नतीजों पर चर्चा करते हुए कहा कि हरियाणा चुनाव में नेताओं का हित काफी ज्यादा हावी रहा और इसी वजह से पार्टी हितों को दूसरे नंबर पर रखा गया. बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने हरियाणा चुनाव के लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाने का फैसला किया है जिसकी जल्द ही घोषणा भी कर दी जाएगी. वहीं बैठक खत्म होने के बाद अजय माकन ने कहा कि नतीजे चौंकाने वाले और शॉकिंग थे. हरियाणा में हार के कारणों पर बैठक कर विचार किया गया. हम आगे भी इसका विश्लेषण करना जारी रखेंगे.
"बापू-बेटे के चलते हार" :आपको बता दें कि पहले ही हार के बाद हरियाणा कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है. कुमारी शैलजा समर्थक माने जाने वाले असंध से पूर्व कांग्रेस विधायक शमशेर सिंह सिंह गोगी ने चुनाव में हार के बाद कहा है कि हरियाणा में हार के लिए बापू-बेटा जिम्मेदार है. इन्हीं के चलते कांग्रेस को हरियाणा में हार का सामना करना पड़ा है. अब इन्हें हार की जिम्मेदारी लेनी चाहिए.