राजद उम्मीदवार बीमा भारती पटनाःबिहार के पूर्णिया लोकसभा सीट पर पप्पू यादव और बीमा भारती को लेकर विवाद नहीं थम रहा है. एक ओर जहां राजद ने बीमा भारती को उम्मीदवार बनाया है. दूसरी ओर कांग्रेस नेता पप्पू यादव लगातार चुनाव लड़ने का दावा कर रहे हैं. इसको लेकर महागठबंधन के अंदर में कलह शुरू हो गई है. बीमा भारती अपनी तरफ से पप्पू यादव को मनाने में जुटी है.
3 अप्रैल को नामांकन करेगी बीमा भारतीः पूर्णिया से आरजेडी कैंडिडेट बीमा भारती सोमवार को पटना राजद कार्यालय पहुंची. इस दौरान उन्होंने पप्पू यादव को लेकर बड़ा दावा किया. उन्होंने कहा कि पप्पू यादव उनकी मदद करेंगे. वे उनके साथ हैं. आपको बता दें कि बीमा भारती 3 अप्रैल को नामांकन करने की बात कही है. टिकट मिलने के बाद से ही लगातार लोकसभा क्षेत्र में दौरा कर रही हैं.
"पूर्णिया को लेकर हम तैयार हैं. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का समर्थन मिल रहा है. पार्टी के निर्णय का पालन करेंगे. पप्पू यादव हमारे अभिभावक हैं. वे हमारे साथ हैं. हमारे एक-एक कार्यकर्ता और जनता का समथर्न है. आदरणीय पप्पू जी मेरे साथ रहेंगे"-बीमा भारती, राजद उम्मीदवार, पूर्णिया लोकसभा
चुनाव लड़ने पर अड़े पप्पू यादवःपप्पू यादव पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. पिछले 1 साल से वे लगातार पूर्णिया में जनसंपर्क अभियान चला रहे थे. उन्होंने इसके लिए लालू यादव से बात भी की थी कि वे पूर्णिया से चुनाव लड़ेंगे. इसके बाद उन्होंने अपनी पार्टी को कांग्रेस में विलय कर दिया. इसके ठीक बाद राजद ने बीमा भारती को पूर्णिया से टिकट दे दिया.
4 अप्रैल को नामांकन करेंगे पप्पू यादवः इससे पप्पू यादव बड़ा झटका लगा. उन्होंने उसी दिन ऐलान कर दिया कि मर जाएंगे लेकिन पूर्णिया नहीं छोड़ेंगे. तब से लगातार पप्पू यादव चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. उनका दावा है कि वे 4 अप्रैल को पूर्णिया से नामांकन करेंगे. उन्होंने तो यहां तक कह दिया है कि अगर वे पूर्णिया से चुनाव नहीं लड़ते हैं तो कहीं से नहीं लड़ेंगे.
बीमा भारती के लिए संकटः बीमा भारती को इस बात का अंदाज है कि पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र में पप्पू यादव की अपनी अलग पहचान है. तीन बार पप्पू यादव पूर्णिया से सांसद रह चुके हैं. यदि पप्पू यादव चुनावी मैदान में उतरते हैं तो बीमा भारती के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है. यही कारण है कि पप्पू यादव से बीमा भारती ने चुनाव न लड़ने की अपील की है. अब देखना है कि बीमा भारती के अपील का कितना असर पप्पू यादव पर पड़ता है.