प्रयागराजःमहाकुंभ में मौनी अमावस्या पर मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई जबकि 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए. भारी भीड़ का दबाव अब प्रयागराज में काफी कम हो गया है. सीएम योगी के खुद मोर्चा संभालने के बाद अफसरों ने भी तेजी से प्रयागराज पहुंचे लोगों को स्नान के बाद गंतव्य के लिए रवाना किया है. हादसे के दूसरे दिन प्रयागराज महाकुंभ में स्थिति पूरी तरह से सामान्य नजर आई है. मेला क्षेत्र के सभी VVIP पास निरस्त कर दिए गए हैं. मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन बना दिया गया है. अब किसी भी गाड़ी को मेला क्षेत्र में नहीं प्रवेश मिलेगा. इसी के साथ ही प्रयागराज में बाहरी वाहनों की एंट्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है.
कल भगदड़ में हुई थीं 30 मौतेंः बता दें कि मौनी अमावस्या के मौके पर बुधवार भोर करीब 1 से दो बजे के बीच महाकुंभ में भगदड़ मच गई थी. इस दौरान 30 लोगों की मौत हो गई जबकि 60 लोग घायल हो गए. सीएम योगी ने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया. इसी के साथ ही न्यायिक आयोग का गठन कर भगदड़ की जांच के आदेश दिए. आज महाकुंभ में डीजीपी प्रशांत कुमार और मुख्य सचिव मनोज कुमार पहुंच रहे हैं. दोनों ही अफसर यहां जांच कर रिपोर्ट सीएम को सौपेंगे. दोनों ही आला अधिकारी आज अफसरों के साथ समीक्षा बैठक कर दिशा-निर्देश भी देंगे.
भगदड़ के बाद ऐसे घटा प्रयागराज का लोडःसरकार ने कल महाकुंभ में भगदड़ मचने के बाद तेजी से एक्शन लेते हुए रोडवेज बसों को प्रयागराज जाने से रोकने के आदेश जारी किए थे. इसी के चलते राय़बरेली से प्रयागराज जा रही 60 बसें रोक दी गईं. वहीं, लखनऊ से प्रयागराज की बस सेवा पर भी रोक लगा दी गई. इसके साथ ही प्रयागराज के पास कौशांबी में वाहनों को पार्क कराया जाने लगा. पुलिस ने मौनी अमावस्या पर वाहनों से जा रहे भक्तों को रोकना शुरू कर दिया. वहीं, मेला क्षेत्र में पुलिस ने भक्तों को स्नान करने के बाद तेजी से स्टेशन और बस अड्डों की ओर भेजा. वहां से भक्तों की रवानगी शुरू हो गई. कल रात तक महाकुंभ से बड़ी तादाद में भक्तों को गंतव्य के लिए सुरक्षित निकाल दिया गया.
सीएम ने कहा, कहीं न रुके ट्रैफिकः सीएम योगी ने अयोध्या, वाराणसी, मिर्जापुर और चित्रकूट के अफसरों को निर्देश दिए थे कि भक्तों की सुरक्षा के लिए हर तरह का इंतजाम करें. अधिकारी लगातार संपर्क बनाए रखें. सीएम योगी की ओऱ से 5 विशेष सचिव भी तैनात कर दिए गए. सीएम ने कहा था कि महाकुंभ मेला क्षेत्र हो या प्रयागराज से बाहर जाने का मार्ग यहां किसी भी हालात में ट्रैफिक रुकना नहीं चाहिए. भक्तों को स्नान के बाद तेजी से रवाना करते रहे. पुलिस ने भी देर रात तक इस निर्देश का पालन करते हुए महाकुंभ से बड़ी संख्या में भक्तों को ट्रेनों, बसों और वाहनों से रवाना करने में मदद की.