राजसमंद :जानलेवा हमले में गंभीर घायल युवक की हॉस्पिटल में मौत होने के बाद माहौल गरमा गया है. अहीर समाज के आक्रोशित लोग राजसमंद शहर के पास पीपरड़ा चुंगीनाके पर एकत्रित हो गए और कुंवारिया थाना पुलिस के खिलाफ धरने पर बैठ गए. पीड़ित परिवार को चार करोड़ का मुआवजा, थाना प्रभारी सहित पुलिसकर्मियों को निलंबित करने, आरोपियों के अवैध निर्माण तोड़ने व आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने सहित आधा दर्जन मांगों को लेकर लोग जिला पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी से मिले. एसपी लोगों से समझाइश कर रहे हैं. जिला परिषद सदस्य लेहरूलाल अहीर ने आक्रोशित लोगों को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि 25 सितंबर को नारायण अहीर से के साथ मारपीट हुई, जिसमें रूपाखेड़ा स्थित टोल कंपनी के कार्मिक भी शामिल थे. ऐसे में टोल कंपनी व सरकार से दो दो करोड़ का मुआवजा पीड़ित परिवार काे दिलाया जाए.
ये है मामला :जिला परिषद सदस्य लेहरूलाल अहीर ने बताया कि भीलवाड़ा हाईवे के फोरलेन किनारे टपरिया खेड़ी में होटल पर 25 सितंबर रात करीब आठ बजे आधा दर्जन से ज्यादा आरोपी लठ व धारदार हथियार लेकर आए और होटल संचालक माताजी का खेड़ा, जूणदा निवासी नारायणलाल पुत्र किशनलाल अहीर पर हमला कर दिया. इसमें वो गंभीर घायल हो गया. घटना के बाद घायल को टोल की एम्बुलेंस से तत्काल आरके जिला चिकित्सालय पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे रेफर कर दिया गया. घायल का अनंता हॉस्पीटल में उपचार चल रहा था. इस हमले में बीच बचाव करने के दौरान जूणदा निवासी छगनदास पुत्र मथुरादास वैष्णव भी घायल हो गया था. छगनदास ने कुंवारिया थाने में भूपेंद्रसिंह, रतन गाडरी सहित कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दी है. घटना के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर आक्रोशित अहीर समाज ने कुंवारिया थाने में पहुंचकर थाना प्रभारी सोनाली शर्मा को ज्ञापन दिया और तत्काल आरोपियों के गिरफ्तार करने की मांग उठाई.