रांची: झारखंड विधानसभा का बजट सत्र शुक्रवार 23 फरवरी से शुरू हो रहा है. 2 मार्च तक चलने वाले इस बजट सत्र को लेकर झारखंड विधानसभा में गुरुवार को विधायी दल के नेताओं की बैठक हुई. स्पीकर रबीन्द्र नाथ महतो की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, मंत्री सत्यानंद भोक्ता विधायक सरयू राय कमलेश सिंह प्रदीप यादव लंबोदर महतो मौजूद रहे.
लोकसभा चुनाव की वजह से विधानसभा का बजट सत्र संक्षिप्त होने पर स्पीकर ने सदस्यों से अपील करते हुए कहा कि सदन की कार्यवाही के समय का अधिक से अधिक सदुपयोग हो इसका जरूर ध्यान रखना चाहिए. हालांकि उपस्थित सदस्यों के द्वारा विधानसभाध्यक्ष से सदन की कार्यवाही की अवधि बढ़ाने और बजट सत्र को कुछ दिन और बढ़ाने का आग्रह जरूर किया. जिस पर विचार करने का आश्वासन स्पीकर ने दिया. आजसू के लंबोदर महतो ने कहा कि सदन में सरकार से ओबीसी आरक्षण, स्थानीय नीति, जेएसएससी पेपर लीक जैसे मुद्दों पर सवाल पूछा जाएगा. जिसका जवाब सरकार को जवाब देना होगा.
बजट सत्र के दौरान आमने सामने होगा सत्तापक्ष-विपक्ष
पंचम विधानसभा का यह अंतिम बजट सत्र होगा, इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष एक बार फिर आमने-सामने होता हुआ दिखेगा. मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के नेतृत्व में बनी वर्तमान सरकार का यह पहला बजट सत्र होगा. मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि सदन में जो भी सवाल आएंगे उसका समुचित जवाब देने के लिए हम तैयार हैं. उन्होंने कहा की 27 फरवरी को पेश हो रहा बजट झारखंड के हितों का ख्याल करने वाला बढ़िया बजट होगा.
नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा सरकार को हर मुद्दे पर देना होगा जवाब
इधर, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने बजट सत्र को डर का सत्र बताते हुए कहा है कि सरकार किसी तरह से संवैधानिक व्यवस्थाओं को निपटाना चाहती है. वर्तमान सरकार को सदन में हेमंत सोरेन की स्थिति के कारणों को बताना होगा. इसके अलावा जेएसएससी पेपर लीक मामला सहित कई ऐसे मुद्दे हैं जिस पर सरकार को जवाब देना होगा. बहरहाल लोकसभा चुनाव के बीच बदले हुए माहौल में झारखंड विधानसभा का बजट सत्र बेहद ही हंगामेदार होने के आसार हैं हालांकि इन सबके बीच वित्तीय वर्ष 2024-25 का बजट भी सदन के पटल पर सरकार लायेगी जिसमें चुनावी झलक दिखने के आसार हैं.