नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम के मेयर का चुनाव आज होना है. चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति कल ही कर दी गई. उपराज्यपाल वीके सक्सेना के निर्देश पर गौतमपुरी वार्ड से भाजपा पार्षद सत्या शर्मा को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया गया है. दिल्ली नगर निगम के सचिव शिव प्रसाद ने इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी किया है. इससे पहले भी मेयर चुनाव में उपराज्यपाल ने सत्य शर्मा को पीठासीन अधिकारी बनाया था, जिसको लेकर आम आदमी पार्टी ने सवाल खड़े किए थे.
दिल्ली नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव दिल्ली नगर निगम मुख्यालय में दोपहर 2 बजे होगा. इस चुनाव में आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी आमने-सामने है. दोनों ने ही अपने उम्मीदवारों को खड़ा किया है. इस बार मेयर का पद अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व है.
दिल्ली नगर निगम में आम आदमी पार्टी बहुमत में है. ऐसे में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार की जीत आंकड़ों के मुताबिक तय मानी जा रही है, लेकिन जिस तरीके से एमसीडी चुनाव में क्रॉस वोटिंग हो रही है, उसे खेल पलट भी सकता है.
समझिए- किसका पलड़ा भारी
मौजूदा आंकड़े की बात करें तो भाजपा के पास 114 पार्षद हैं, इसके अलावा 7 और एक विधायक जो दिल्ली नगर निगम के नॉमिनेटेड सदस्य होते हैं. उन्हें भी मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव में वोट डालने का अधिकार है. ऐसे में कुल मिलाकर भाजपा की संख्या 122 पर पहुंचती है, जबकि आम आदमी पार्टी के पास 143 वोट हैं, जबकि जीत के लिए किसी भी उमीदवार को 137 वोट की जरूरत है.
8 पार्षद कांग्रेस के भी हैं. पिछले मेयर चुनाव में कांग्रेस ने चुनाव से दूरी बना ली थी. संभावना है कि इस बार भी कांग्रेस यही फैसला लेगी, लेकिन फिलहाल कांग्रेस ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है. बताया जा रहा है कि 12 बजे कांग्रेस दल की बैठक है, जिसमें इस पर फैसला लिया जा सकता है. अगर कांग्रेस दूरी बना लेती है तो जीत के लिए 133 मतों की जरूरत होगी. जिससे आम आदमी पार्टी को जीत में आसानी हो सकती है.