भिलाई: आईआईटी भिलाई के दीक्षांत समारोह में शामिल होने पहुंची राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि मेरे लिए यहां आना सौभाग्य की बात है. आप लोगों मुझे अपने विचार रखने का यहां मौका दिया ये मेरे लिए गर्व की बात है. भिलाई आईआईटी संस्थान पढ़ाई और तकनीक के क्षेत्र में अपनी महारत के लिए जाना जाता है. राष्ट्रपति ने कहा कि दीक्षांत समारोह का दिन एक छात्र के लिए उपलब्धियों से भरा दिन होता है. आज से आप एक जिम्मेदार नागरिक के तौर पर दुनिया में प्रवेश करने को तैयार हैं. राष्ट्रपति ने कहा कि आदिवासी समुदाय की भागीदारी के बिना देश के विकास की कल्पना नहीं की जा सकती है.
भिलाई आईआईटी का दीक्षांत समारोह: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि जनजातीय समाज के लोगों को आज साथ लेकर चलने की जरुरत है. स्वास्थ्य और सेवा के क्षेत्र में भिलाई आईआईटी और एम्स मिलकर काम कर रहे हैं. दोनों संस्थानों ने मिलकर आम लोगों की मदद के लिए एप तैयार किया है. जनजातीय समुदायों के विकास के लिए भिलाई आईआईटी काम कर रहा है. जनजातीय समुदाय के विकास को लेकर जो काम छत्तीसगढ़ में किया जा रहा है उसे देखकर काफी खुशी हो रही है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि शिक्षा व्यवहारिक होने के साथ साथ समावेशी भी होना चाहिए. ये अच्छी बात है कि भिलाई इसी दिशा में लगातार आगे बढ़ रहा है.
इंसान पूरी जिंदगी एक छात्र होता है. इसलिए उसे अपने जीवन में हमेशा सीखने की गुंजाइश रखनी चाहिए. आधुनिक भारत में भिलाई स्टील प्लांट का बड़ा योगदान रहा है. भिलाई से पढ़कर निकले बच्चे अब देश के भविष्य के लिए काम करेंगे. :द्रौपदी मुर्मू, राष्ट्रपति
डिजिटलाइजेशन में भारत के बढ़ते कदम: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि भिलाई आईआईटी ने अपनी पहचान ग्लोबल लेवल पर बनाई है. भिलाई आईआईटी नए रोजगार का सृजन भी कर रहा है. देश और दुनिया की प्रगति में भी काम कर रहा है. डिजिटलाइजेशन के क्षेत्र में भी भिलाई आईआईटी लगातार काम कर रहा है. ग्लोबल लेवर पर भारत की पहचान लगातार मजबूत हो रही है. भारत में डिजिटल क्रांति आ चुकी है. बदलती दुनिया और बढ़ती तकनीक के दम पर हम लगातार आगे बढ़ रहे हैं. यहां से पढ़ाई पूरी कर निकले बच्चे अब देश और दुनिया में अपना रोशन करेंगे. भारत का नाम ऊंचा करेंगे.