रांची: झारखंड कांग्रेस में बड़े पैमाने पर बदलाव की तैयारी है. लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान जिस कमेटी और जिलाध्यक्ष की अगुवाई में अलग-अलग जिले में विधानसभा और लोकसभा चुनाव संपन्न हुए हैं. उन सभी जिलाध्यक्षों और जिला कमेटी के सदस्यों के कार्यकलापों की समग्र रूप से मूल्यांकन किया जा रहा है.
बदलाव की प्रक्रिया खुली हुई है- अमूल्य नीरज खलखो
झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अनुशासन समिति के सदस्य अमूल्य नीरज खलखो ने कहा कि जिन जिन जिलाध्यक्षों-जिला कमेटी के सदस्यों के कार्यकाल के दौरान लोकसभा-विधानसभा चुनाव संपन्न हुआ, उसमें जिन कमेटी और जिला अध्यक्ष की अगुवाई में चुनाव संपन्न हुआ है उसके आलोक में सभी नेताओं का आकलन हो रहा है. चुनाव के दौरान किन जिला अध्यक्षों ने किस तरीके से अपनी भूमिका को कैसे निभाई है, इसका समग्र दृष्टिकोण रखते हुए उनके कार्यों का मूल्यांकन हो रहा है. अमूल्य नीरज खलखो ने कहा कि प्रभारी गुलाम अहमद मीर खुद सबके काम की समीक्षा कर रहे हैं.
कांग्रेस अनुशासन समिति के सदस्य अमूल्य नीरज खलखो ने कहा कि निश्चित रूप से संगठन में बदलाव की प्रक्रिया खुली है. निश्चित रूप से पार्टी के अंदर यह काम चल रहा है.
सभी जिलाध्यक्षों के कार्यों की हो रही है मूल्यांकन
कांग्रेस में बड़े पैमाने पर बदलाव की तैयारी के सवाल पर झारखंड कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने कहा कि 'नए जिला अध्यक्षों की नियुक्ति स्वाभाविक रूप से हमारा शीर्ष नेतृत्व करेगा.' राकेश सिन्हा ने कहा कि प्रदेश में जिन जिला अध्यक्ष काम कर रहे हैं या जो जिला अध्यक्ष सक्रिय नहीं हैं. उन सभी पर आगे विचार किया जाएगा. जो जिला अध्यक्ष बिल्कुल निष्क्रिय हैं और अपना काम नहीं कर पा रहे हैं वैसे जिला अध्यक्ष को भी बदला जाएगा. उन्होने कहा कि संगठन की मजबूती और संगठन का सशक्तिकरण ही पार्टी की पहली प्राथमिकता है अगर संगठन मजबूत होगा तभी पार्टी मजबूत होगी और तभी सरकार मजबूत होगी. संगठन की मजबूती की दिशा में हमें जो भी निर्णय लेना होगा वह सभी को मंजूर होगा.
पीएसी की बैठक में भी उठ चुका है मुद्दा