सुपौल: बिहार के सुपौल जिले के किशनपुर प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र बौराहा पंचायत में सोमवार को एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हुई. प्रसव पीड़ा होते ही परिवार के लोगों की बैचेनी बढ़ गयी. लोगों के समझ में नहीं आ रहा था कि चारो ओर घिरे पानी में गर्भवती महिला का प्रसव कैसे अस्पताल लेकर जाया जाए. यहां से बाहर निलकले का एक मात्र सहारा नाव ही दिख रहा था. बढ़ते जलस्तर के बीच परिवार के लोग यह जोखिम नहीं उठाना चाह रहे थे.
मदद की लगायी गुहारः इसी बीच परिवार के लोगों ने एक अधिकारी को फोन कर अपनी पीड़ा सुनायी. अधिकारी ने अपने मातहत कर्मी को तत्काल निर्देश जारी किया. इसके साथ ही बिना विलंब किये एनडीआरएफ के साथ महिला मेडिकल टीम को भेजा गया. मेडिकल टीम जब वहां पहुंची तो देखा कि घर के चारों ओर पानी की तेज धारा बह रही है. प्रसव पीड़िता पानी के बीच रखी चौकी पर दर्द से कराह रही थी.
प्रशासन की प्रशंसाः इसके बाद मेडिकल टीम में शामिल दक्ष एएनएम ने पीड़िता की जांच कर सूई लगायी. इसके कुछ देर बाद ही उसके घर में किलकारियां गूंजने लगी. बताया गया कि महिला को नॉर्मल प्रसव कराया गया. जच्चा व बच्चा दोनों पूरी तरह स्वस्थ्य हैं. लगभग तीन घंटे तक एनडीआरएफ और एएनएम की टीम वहां रही. उसके बाद जच्चा व बच्चा को नाव के सहारे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र किशनपुर लाया गया. जहां दोनों को भर्ती कराया गया. जिला प्रशासन के इस पहल की बाढ़ प्रभावित परिवारों में प्रशंसा की जा रही है.