शिमला:हिमाचल प्रदेश में अंतिम चरण 1 जून को लोकसभा की 4 सीटों पर चुनाव और विधानसभा की 6 सीटों पर उपचुनाव होंगे. बीजेपी ने अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर चुकी है. लेकिन कांग्रेस में अभी भी उम्मीदवारों को लेकर मंथन का दौर जारी है. वहीं, मंडी लोकसभा सीट से कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह को कांग्रेस से टिकट मिलने की चर्चा जोरों पर है. वहीं, विक्रमादित्य सिंह को उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने भी साफ संकेत दिए है.
प्रतिभा सिंह ने कहा, "अगले तीन से चार दिनों में सेंट्रल इलेक्शन कमेटी की बैठक होने जा रही है, जिसमें लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों का ऐलान किया जाएगा. दिल्ली में कोआर्डिनेशन कमेटी की बैठक हुई, जिसमें विक्रमादित्य सिंह को मंडी से उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर चर्चा हुई".
हिमाचल में लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा ने बहुत पहले ही अपने प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतार दिए हैं. भाजपा उम्मीदवारों ने अपनी विधानसभा क्षेत्र में धुआंधार प्रचार भी शुरू कर दिया है. लेकिन इसके इतर कांग्रेस अभी तक लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों के नामों पर मंथन ही कर रही हैं. लोगों की नजर भी कांग्रेस हाईकमान के फैसले पर टिकी है कि पार्टी चुनाव मैदान किन योद्धाओं को भाजपा को टक्कर देने के लिए उतारेगी.
ऐसे में दिल्ली में आयोजित हुई समन्वय समिति की बैठक के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह शिमला लौट आईं हैं. इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, "तीन से चार दिनों में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होने जा रही है. जिसमें लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया जाएगा. वहीं, दिल्ली में हुई कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक में विक्रमादित्य सिंह को मंडी से टिकट देने को लेकर चर्चा हुई.
प्रतिभा सिंह ने कहा, "भाजपा ने मंडी सीट से कंगना रनौत को उतारा है, जो अभिनेत्री होने के साथ युवा भी है. ऐसे में उनके मुकाबले में युवा को ही उतारा जाना चाहिए. जिस पर कोऑर्डिनेशन कमिटी की मीटिंग में मंडी से विक्रमादित्य सिंह के नाम को लेकर भी चर्चा हुई. विक्रमादित्य सिंह युवा और ऊर्जावान हैं, ये फैक्टर उनके पक्ष में जाता हैं. विक्रमादित्य सिंह यूथ आइकॉन है. इस तरह से उनके साथ यंग वोटर जुड़ेंगे. उनमें लोगों को प्रभावित करने की भी क्षमता है. सभी नेताओं ने विक्रमादित्य सिंह के नाम का सुझाव दिया. इन सभी पहलुओं पर बैठक में चर्चा हुई. हालांकि, अभी नाम फाइनल नहीं हुआ है".