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रिज मैदान में लगे पुस्तक मेले में पहुंची प्रतिभा सिंह, बुक फेयर में लगी अढ़ाई लाख टाइटल की किताबें - shimla book fair

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Jun 29, 2024, 4:29 PM IST

Updated : Jun 29, 2024, 6:47 PM IST

इन दिनों शिमला के रिज मैदान पर 21 जून से 30 जून तक पुस्तक मेले का आयोजन किया जा रहा है. यहां पर लोग पुस्तकों को पढ़ और देख सकते हैं. किताबों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए पिछले 8 वर्षों से इस मेले का आयोजन किया जा रहा है. मेले में 45 स्टॉल लगाए गए हैं और 30 पब्लिशर्स भाग ले रहे हैं. रिज मैदान लगे इस पुस्तक मेले में शनिवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह पहुंची.

रिज मैदान में लगे पुस्तक मेले में पहुंची प्रतिभा सिं
रिज मैदान में लगे पुस्तक मेले में पहुंची प्रतिभा सिं (ईटीवी भारत)

रिज मैदान में लगे पुस्तक मेले में पहुंची प्रतिभा सिंह (ईटीवी भारत)

शिमला:रिज मैदान शिमला में लगे पुस्तक मेले में शनिवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह पहुंची. उन्होंने मेले में लगे स्टॉल में सजी सभी पुस्तकों को देखा. प्रतिभा सिंह ने कहा कि रिज पर यह पुस्तक मेला वीरभद्र सिंह के समय से लगता आ रहा है. रिज पर पर्यटक भी काफी संख्या में आते हैं और ये मेला उनके आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.

प्रतिभा सिंह ने कहा कि वर्तमान में टीवी और मोबाइल का युग है. ऐसे में लोग पुस्तकों में कम रुचि लेने लगे हैं, लेकिन इस तरह के पुस्तक मेले में युवाओं को पुस्तकें पढ़ने के लिए मौका मिलता है और मोबाइल से हटकर युवा पुस्तक पड़ने में रुचि लेते हैं. डिजिटलाइजेशन के युग में युवा किताबों को छोड़ मोबाइल, कंप्यूटर और लैपटॉप की ओर ज्यादा आकर्षित हैं, युवाओं को कोई ना कोई किताब अवश्य पढ़नी चाहिए. इसमें कहानियां, कॉमिक या किसी भी तरह की पुस्तक हो सकती है, लेकिन किताबों से दोस्ती करना बेहद आवश्यक है.

बता दें कि इन दिनों शिमला के रिज मैदान पर 21 जून से 30 जून तक पुस्तक मेले का आयोजन किया जा रहा है. यहां पर लोग पुस्तकों को पढ़ और देख सकते हैं. किताबों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए पिछले 8 वर्षों से इस मेले का आयोजन किया जा रहा है. मेले में 45 स्टॉल लगाए गए हैं और 30 पब्लिशर्स भाग ले रहे हैं. पुस्तक मेले के आयोजक सचिन चौधरी ने कहा कि शिमला सहित देश के विभिन्न स्थानों में इस प्रकार के मेलों का आयोजन किया जाता है. डिजिटलाइजेशन का किताबों पर कोई असर नहीं पड़ा है. डिजिटलाइजेशन अपनी जगह पर है और किताबें अपनी जगह पर है. डिजिटलाइजेशन के अपने लाभ हैं और समय के अनुसार उन्हें नहीं नकारा जा सकता है. पुस्तक मेलों में आकर देखना चाहिए कि लोगों में किताबों के प्रति कितनी दिवानगी है. मेले में करीब अढ़ाई लाख टाइटल की किताबें लगी हैं.

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Last Updated : Jun 29, 2024, 6:47 PM IST

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