पटना:आज लगातार 11वें दिन भीबीपीएससी अभ्यर्थी पटना के गर्दनीबाग धरनास्थल पर धरने पर बैठे हैं. ये लोग बीपीएससी 70वीं प्रीलिम्स परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. अभ्यर्थियों ने अपने इस धरना प्रदर्शन का नाम 'शिक्षा सत्याग्रह' दिया हुआ है. छात्रों को राजनीतिक दलों का भी भरपूर समर्थन मिल रहा है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और सांसद पप्पू यादव के बाद अब प्रशांत किशोर ने भी खुलकर उनका समर्थन कर दिया है. आज उनकी अगुवाई में जन सुराज पार्टी इन अभ्यर्थियों के साथ गर्दनीबाग धरनास्थल से सीएम हाउस तक पदयात्रा निकालेगी.
अभ्यर्थियों से मिले प्रशांत किशोर:गुरुवार शाम को प्रशांत किशोर ने बीपीएससी अभ्यर्थियों से धरनास्थल पर जाकर मुलाकात की थी और कहा कि वह अभ्यर्थियों के साथ पदयात्रा करेंगे. बीते दिनों अभ्यर्थियों ने गर्दनीबाग से निकलकर आयोग कार्यालय जाकर धरना देने की कोशिश की थी लेकिन पुलिस ने बेली रोड पर अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज कर दिया. लाठीचार्ज में घायल अभ्यार्थियों से प्रशांत किशोर ने मुलाकात की और अपनी समर्थन दिया.
मनमोहन सिंह के निधन के कारण टला कार्यक्रम:हालांकि प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को ही पदयात्रा का ऐलान किया था लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के कारण शुक्रवार को उन्होंने पैदल मार्च नहीं किया. अब आज यानी शनिवार को वह सीएम हाउस तक मार्च निकालेंगे.
12:00 बजे सीएम हाउस का घेराव: प्रशांत किशोर ने अभ्यर्थियों को भरोसा दिलाया है कि पैदल मार्च में वह आगे आगे रहेंगे. इस मार्च में अभ्यार्थियों पर लाठीचार्ज नहीं करेगा और अगर ऐसा हुआ तो सरकार गिर जाएगी. अगर पुलिस ने फिर से छात्रों पर लाठीचार्ज किया तो सबसे पहले वे ही लाठी खाएंगे. दिन के 12:00 बजे सीएम हाउस तक पदयात्रा पहुंचने का कार्यक्रम है.
सीएम हाउस तक बढ़ी सुरक्षा:वहीं, प्रशांत किशोर के इस ऐलान के बाद पटना में सड़क पर जगह-जगह पुलिस बल उतार दिए गए हैं. गर्दनीबाग से सीएम हाउस तक के रास्ते में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की मौजूदगी है. प्रशांत किशोर के अभ्यर्थियों के साथ इस पदयात्रा में अन्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों और अन्य छात्र संगठनों के शामिल होने की भी पूरी संभावना है. सभी की नजरें इस पदयात्रा पर बनी हुई है.
बीपीएससी ने स्पष्ट किया नहीं रद्द होगी परीक्षा: उधर, बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक राजेश कुमार सिंह ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी हाल में परीक्षा रद्द नहीं होगी. उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों के आरोप निराधार हैं. शिक्षकों की ओर से आयोग पर दबाव बनाए जा रहे हैं लेकिन आयोग किसी के दबाव में नहीं है, इसी वजह से प्रदर्शनकारियों को दिक्कत हो रही है.