गोड्डा: लोकसभा चुनाव से पहले राजनीति अपने चरम पर है इसी माहौल में पोड़ैयाहाट में व्यवसायी शैलेन्द्र भगत की गोली मारकर हत्या किए जाने पर पॉलिटिक्स शुरू हो गयी है.
कारोबारी की हत्या के तुरंत बाद सांसद निशिकांत दुबे ने अपने एक्स पोस्ट पर लिखा कि उनके घोर समर्थक भाजपा कार्यकर्ता शैलेन्द्र भगत की हत्या राजनीतिक संरक्षण प्राप्त अपराधियों द्वारा की है. वे उन अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचा कर ही रहेंगे. इस बयान में साफ था वे किसकी ओर इशारा कर रहे थे.
वहीं, प्रदीप यादव ने भी निशिकांत दुबे पर पलटवार किया है और कहा है कि इस तरह की घटनाओं पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. राजनीति की वजह से जांच की दिशा भटक जाती है. उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति राजनीति की बात करते हैं उन्हें पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए. क्योंकि ये वो ही जिन्होंने इसी पोड़ैयाहाट में दिनदहाड़े एक शख्स ने एक व्यक्ति को गोली मारी थी. जिसके बाद वह जेल चला गया और फिर जेल से वापस आया तो प्रदीप यादव ने उन्हें अपनी गाड़ी में घुमाया. यही नहीं उस व्यक्ति को भाजपा का महामंत्री भी बनाया गया.
प्रदीप यादव ने कहा कि जिसका खुद का चेहरा काला हो उसे दूसरे के चेहरे पर कालिख पोतने का प्रयास नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि जिस डेविल ग्रुप का नाम इसमें आ रहा है उसके विरुद्ध सबसे पहले उनके द्वारा ही आवाज उठाया गया था. प्रदीप यादव ने हा कि प्रयास ये होना चाहिए कि पीड़ित परिवार को न्याय मिले दोषी को सजा हो राजनीत ऐसे मसलों पर न हो.