बलरामपुर रामानुजगंज : बलरामपुर जिले के सहायक शिक्षकों के प्रधान पाठक के रूप में पदोन्नति होने के करीब 2 वर्ष के बाद भी पदस्थापना नहीं हो पाई थी. पैसे के लेनदेन और शिकायत के बाद कलेक्टर ने काउंसलिंग पदस्थापना रद्द कर दी थी.जिसके बाद शिक्षक हाईकोर्ट की शरण में गए थे. हाईकोर्ट ने 1 साल पहले ही काउंसलिंग और पदस्थापना के लिए जिला स्तर पर समिति बनाने के निर्देश दिए थे.लेकिन इसमें भी देरी हो रही थी. लेकिन बलरामपुर जिला शिक्षा अधिकारी डॉ डी.एन. मिश्रा ने अपने जिले में शिक्षकों की काउंसलिंग के बाद पदस्थापना की कार्रवाई की. सभी विकासखंड के शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मौजूदगी में 26 सितंबर से लेकर 29 सितंबर के बीच काउंसलिंग एवं पदस्थापना का प्रोसेस किया.
काउंसलिंग की वीडियोग्राफी कराई गई :बलरामपुर जिले में सहायक शिक्षकों के प्रधान पाठक के रूप में पदोन्नति के बाद कई बार लेनदेन एवं विवाद की बातें सामने आई थी. विवाद गहराता देख तात्कालिक जिला शिक्षा अधिकारियों ने काउंसलिंग एवं पदस्थापना नहीं करवाई. लेकिन 26 सितंबर से लेकर 29 सितंबर के बीच मौजूदा जिला शिक्षाधिकारी ने इस रुके हुए काम को पूरा किया. जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि काउंसलिंग एवं पदस्थापना की पूरी प्रक्रिया के दौरान वीडियोग्राफी भी कराई गई है.
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
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सहायक शिक्षकों की काउंसलिंग समेत पदस्थापना, शिक्षा विभाग की टीम ने की कड़ी मेहनत - counseling of assistant teachers
Counseling of assistant teachers छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के आदेश के बाद 26 सितंबर से लेकर 29 सितंबर तक जिला स्तरीय ओपन काउंसलिंग रामानुजगंज के उड़ान भवन में आयोजित की गई. आपको बता दें कि रामानुजगंज के सभी विकासखंड क्षेत्रों के 1180 सहायक शिक्षकों की प्रधान पाठक में पदोन्नति हुई थी.जिनकी पदस्थापना अक्टूबर 2022 में होनी थी. लेकिन विवाद और शिकायत के कारण पदस्थापना और काउंसलिंग रद्द हो गई थी.
''26 सितंबर से लेकर 29 सितंबर तक जिले के विकासखंडों के 1180 सहायक शिक्षकों को प्रधान पाठक प्राथमिक शाला के पदों पर पदोन्नत किया गया है.उन्हें यहीं काउंसलिंग स्थल पर ही आदेश दिया गया.''-डॉ डीएन मिश्रा, जिला शिक्षा अधिकारी
बलरामपुर जिले के सभी विकासखंड क्षेत्रों से आए हुए शिक्षकों की चार दिनों तक काउंसलिंग चली.इस दौरान मौके पर ही पदस्थापना भी मिली.इस प्रक्रिया का हिस्सा बनने जिले भर के शिक्षक पहुंचे. पूरे प्रकिया को सुचारू ढंग से संपन्न कराने में जिले की शिक्षा विभाग की टीम चार दिनों तक डटी रही.