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बिलासपुर में शख्स की मौत बनी पहेली, कब्र से निकालकर किया गया पोस्टमार्टम - Post mortem after funeral Bilaspur

बिलासपुर में एक शख्स की मौत पहेली बनी हुई है. आलम यह है कि शख्स के शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम किया गया.

Post mortem after funeral in Bilaspur
बिलासपुर में शख्स की मौत बनी पहेली (ETV Bharat)

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jul 25, 2024, 10:50 PM IST

कब्र से निकालकर किया गया पोस्टमार्टम (ETV Bharat)

बिलासपुर: जिले के कोनी थाना क्षेत्र से एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. यहां एक व्यक्ति की मौत के बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया, जिसके बाद उसके शव को कब्र से निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेजना पड़ा. बिलासपुर जिले के सेमरताल गांव में एक व्यक्ति बीमार पड़ा. उसे तेज बुखार होने पर सिम्स अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस बीच परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार कर उसे दफन कर दिया, लेकिन इसके करीब 15 दिनों के बाद मृतक के परिजन ने एसपी और कलेक्टर के पास पहुंच कर शव निकलवा कर पोस्टमार्टम कराने की मांग की.

जानिए क्या है पूरा मामला: दरअसल, बिलासपुर जिले के कोनी थाना क्षेत्र के सेमरताल में रहने वाले दयाल खरे की मौत हो चुकी है. मृतक की पत्नी का आरोप है कि झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही की वजह से उसके पति की जान गई है. वो झोलाछाप डॉक्टर मरीज की मौत होने का बाद लगातार परिजनों को गुमराह करता रहा, जिसकी वजह से परिजन मौत की वजह समझ नहीं पाए. मृतक की पत्नी ने बताया कि बीते 6 जुलाई को दयाल खरे की तबीयत बिगड़ गई. तेज बुखार के कारण गांव के ही झोलाछाप डॉक्टर जय भारद्वाज को इलाज के लिए घर बुलाया गया. झोलाछाप डॉक्टर ने मरीज को 2 इंजेक्शन लगाए, जिससे मरीज की स्थिति बिगड़ने लगी. स्थिति को बिगड़ता देख झोलाछाप डॉक्टर ने अपने हाथ खड़े कर दिए और मरीज को सिम्स अस्पताल ले जाने के लिए कहा. इसके साथ ही उसने परिजनों को कहा कि इंजेक्शन लगाने की बात डॉक्टर को न बताएं, वरना सिम्स के डॉक्टर उनका इलाज नहीं करेंगे.

पोस्टमार्टम के बाद होगा खुलासा:जब परिजन सिम्स पहुंचे, तो डॉक्टरों ने पहली जांच में ही मरीज को मृत घोषित कर दिया. इसके बाद परिजन शव को लेकर गांव पहुंचे और अंतिम संस्कार कर दिया. इसके बाद परिजनों को धीरे-धीरे इस बात का अहसास हुआ कि दयाल खरे की मौत कहीं न कहीं झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज और इंजेक्शन की वजह से हुई है. इसके बाद मृतक के परिजन मामले की शिकायत लेकर एसपी और कलेक्टर कार्यालय तक पहुंचे. वहां उन्होंने कब्र से मृतक का शव निकालकर पोस्टमार्टम करने की मांग की. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने मजिस्ट्रेट से अनुमति लेकर शव को कब्र से निकाला और पोस्टमार्टम करने के लिए रायपुर में फॉरेंसिक टीम के पास भेज दिया. अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारण का खुलासा हो पाएगा.

ये मामला अब तक विभाग के संज्ञान में नहीं आया है, लेकिन इस तरह के मामलों में पोस्टमार्टम ही मौत की वजह जानने का एकमात्र तरीका है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही किसी निर्णय तक पहुंचा जा सकता है. -प्रभात श्रीवास्तव, सीएमएचओ, बिलासपुर

बता दें कि जहां एक ओर जिले में स्वास्थ्य विभाग लगातार झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई कर रहा है. वहीं, दूसरी ओर इस घटना ने एक बार फिर से स्वास्थ्य अमले में हड़कंप मचा दिया है. मामले में मौत के कारण का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगा. फिलहाल सभी को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है.

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