रायपुर: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में बर्ड फ्लू संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. बुधवार को दिल्ली से केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और एम्स रायपुर की टीम रायगढ़ दौरे पर पहुंची. विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने संक्रमित पोल्ट्री फार्म और आसपास के इंफेक्टेड जोन का निरीक्षण किया और बर्ड फ्लू संक्रमण नियंत्रण की प्रक्रिया की समीक्षा की. रायगढ़ कलेक्टर कार्तिकेया गोयल के साथ भारत सरकार के एसओपी के तहत आगे की रणनीति पर चर्चा हुई.
पोल्ट्री फार्म सैनिटाइजेशन, घर घर हो रही जांच: विशेषज्ञों की टीम ने पोल्ट्री फार्म सैनिटाइजेशन के काम का जायजा लिया. घर घर जाकर रैंडम जांच भी की गई. पशुपालन विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर डॉ. एच आर खन्ना ने रायगढ़ प्रशासन की सराहना की. उन्होंने कहा कि संक्रमित पोल्ट्री, अंडों और चूजों का तेजी से नष्ट किया जाना प्रभावी रणनीति रही. उन्होंने निर्देश दिया कि पोल्ट्री फार्म को जल्द सैनिटाइज करने के लिए फ्लेम गन और डिसइंफेक्टेंट का उपयोग किया जाए. कलेक्टर गोयल ने उप संचालक पशुपालन विभाग को पर्याप्त मैनपावर के साथ सैनिटाइजेशन प्रक्रिया जल्द पूरी करने के निर्देश दिए हैं.
दिल्ली से पहुंचे विशेषज्ञों ने बर्ड फ्लू नियंत्रण के लिए जिले में उठाए त्वरित कदमों को सराहा, कहा-संक्रमण नियंत्रण में यह रहा कारगर
— Raigarh (@RaigarhDist) February 6, 2025
पोल्ट्री फार्म के सैनिटाइजेशन का काम जारी pic.twitter.com/e6I9gutrYI
बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट: एम्स रायपुर की टीम ने जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज का भी जायजा लिया. टीम ने ओपीडी और आइसोलेशन वार्डों में जरुरी दवाओं का स्टॉक बनाए रखने के निर्देश दिए. स्वास्थ्य विभाग को यह निर्देश भी दिए गए हैं कि सर्दी बुखार से पीड़ित मरीजों की निगरानी बढ़ाई जाए और पोल्ट्री फार्म में काम करने वाले सभी लोगों को क्वारंटाइन किया जाए. इस संबंध में जिला प्रशासन ने जरुरी दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं.
बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए जरुरी निर्देश: एम्स रायपुर की टीम ने जिलेभर के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक कर बर्ड फ्लू से बचाव और नियंत्रण के उपायों पर विस्तार से चर्चा की. इस बैठक में संक्रमण से बचाव, शुरुआती लक्षणों की पहचान और त्वरित उपचार व्यवस्था पर जोर दिया गया.