कोरबा :छत्तीसगढ़ में फ्लोरमैक्स कंपनी से ठगी की शिकार महिलाओं के मामले ने तूल पकड़ लिया है. महिलाओं ने रविवार को कोरबा पहुंचे कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम का रास्ता रोक लिया था और कर्जमाफी की मांग की थी. इस दौरान रामविचार ने महिलाओं से कहा कि कर्ज माफ नहीं होगा. इसी दौरान उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने महिलाओं को फेंकवा देने की बात कह दी. यह वीडियो पूरे दिन छत्तीसगढ़ में राजनीतिक दंगल का विषय बना रहा.
उद्योग मंत्री पर विपक्ष ने बोला हमला : उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन के महिलाओं पर बयान को लेकर सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने "एक्स" पर पोस्ट कर कहा कि यह मंत्री लखन लाल देवांगन महिलाओं के साथ गुंडों जैसे व्यवहार कर रहे हैं. वहीं, नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने भी राज्यपाल को पत्र लिखा है. दूसरी तरफ मंत्री लखन लाल देवांगन ने भी अपना वक्तव्य जारी कर सफाई पेश की और कहा है कि यह "ठगराज" भूपेश की सियासी चाल है.
ये लखनलाल देवांगन जी हैं. हमारे प्रदेश के मंत्री जी. लेकिन ये तो बिल्कुल गली के "गुंडों" की तरह महिलाओं से व्यवहार कर रहे हैं. आप कितने भी बड़े मंत्री हों, आपकी इतनी हिम्मत कि महिलाओं को फेंकवा देंगे? वो भी पुलिस बुलाकर? ये है भाजपा की मानसिकता. आरएसएस की शिक्षा. पर हम आपकी ये गुंडागर्दी चलने नहीं देंगे याद रखना. हाथ भी न लगा देना हमारी बहनों को : भूपेश बघेल, पूर्व मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
नेता प्रतिपक्ष ने लिखा राज्यपाल सीएम को पत्र : इस घटना के सामने आने के बाद छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिशत डॉ चरणदास महंत ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. उन्होंने महिलाओं के कर्ज माफी की मांग की है. पत्र के जरिए उन्होंने कहा है कि 12 जनवरी को प्रभावित महिलाओं ने छत्तीसगढ़ शासन के दो कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम और लखन लाल देवांगन का रास्ता रोककर घेर लिया. ऐसी घटनाओं से सरकार के प्रति जनता का अविश्वास प्रदर्शित होता है. अतः लोन वसूली करने वाले बैंकों को आदेशित करने का कष्ट करें.