देवघर:बाबाधाम में शिवरात्रि कार्यक्रम बेहद खास होता है. क्योंकि यहां पर द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक बैद्यनाथ धाम ज्योतिर्लिंग स्थापित है. लेकिन देवघर में शिव बारात को लेकर राजनीति हो रही है. वर्ष 1994 से ही देवघर के बैद्यनाथ धाम में भव्य तरीके से शिव बारात का आयोजन किया जाता है. लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा.
हर साल शिव बारात कमेटी इसके आयोजन की जिम्मेदारी लेती है. लेकिन इस वर्ष यह जिम्मेदारी राज्य सरकार के पर्यटन विभाग ने ले ली है. पिछले कुछ दिनों से देवघर जिले में शिव बारात को लेकर अंदर खाने राजनीति भी देखने को मिल रही थी. पंडा धर्म रक्षिणी सभा के वरिष्ठ सदस्य विनोद दत्त द्वारी बताते हैं कि पिछले कई वर्षों से शिव बारात का आयोजन पूर्व मेयर बबलू खवाड़े की अध्यक्षता में होती थी. लेकिन पिछले कुछ वर्षों से उनके द्वारा यह जिम्मेदारी अभिषेक झा को दे दी गई.
विनोद दत्त तिवारी ने बताया कि अभिषेक झा को जिम्मेदारी देने के बाद यहां के स्थानीय सांसद कमेटी में दखलअंदाजी करने लगे. जिसकी वजह से इस वर्ष शिव बारात कमेटी द्वारा बारात निकालने की जिम्मेदारी छीन ली गई है. पंडा धर्म रक्षिणी के उपाध्यक्ष चंद्रशेखर खवाड़े ने बताया कि सरकार द्वारा जिम्मेदारी ली गई है तो वह उम्मीद करते हैं कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी सफल पूर्वक शिव बारात का आयोजन हो सके.
वहीं, स्थानीय सांसद निशिकांत दुबे के द्वारा सोशल साइट पर किए गए पोस्ट को लेकर पंडा धर्म रक्षिणी सभा के उपाध्यक्ष चंद्रशेखर खवाड़े ने कहा कि देवघर में भले ही सरकार की तरफ से शिव बारात का आयोजन किया जा रहा हो, लेकिन निशिकांत दुबे चाहे तो अपने दम पर इससे बड़ी बारात का आयोजन अन्य क्षेत्रों में भी कर सकते हैं.