रायपुर/सुकमा: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में रविवार को दो पुलिसकर्मियों पर नक्सलियों ने हमला बोल दिया. साप्ताहिक बाजार में दोनों जवानों को बुरी तरह घायल करने के बाद नक्सली उनके हथियार लेकर फरार हो गए. सुकमा एसपी ने इस बात की पुष्टि की और इसे नक्सलियों की स्मॉल एक्शन टीम की करतूत बताया.
नक्सली हथियार लूटकर हुए फरार: नक्सली उनके सर्विस इंसास राइफल को भी छीनकर फरार हो गए. यह घटना उस समय हुई जब दोनों जगरगुंडा गांव के बाजार में सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात थे. घायल जवानों में करतम देवा और सोढ़ी कन्ना शामिल हैं. दोनों जवानों को एयरलिफ्ट कर रायपुर लाया गया है. रायपुर के निजी अस्पताल में दोनों जवानों का इलाज जारी है. अब इस घटना पर सियासी बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है. कांग्रेस ने सरकार पर सवाल उठाया है. उनकी तरफ से नक्सली घटनाओं में कमी के दावों को कांग्रेस ने नकारा है.
दीपक बैज ने साय सरकार पर बोला हमला: सुकमा नक्सली हमले में घायल हुए जवानों को लेकर कांग्रेस की तरफ से दीपक बैज ने मोर्चा संभाला. दीपक बैज ने कहा कि कहीं न कहीं बस्तर में माओवादी अभी भी सक्रिय हैं चाहें सरकार जितने भी दावे कर ले. कहीं न कहीं पुलिस प्रशासन को उस पर सतर्कता बरतनी चाहिए. दीपक बैज ने सरकार की तरफ से बस्तर में नक्सली घटनाओं की कमी के दावों पर भी सवाल उठाए हैं. दीपक बैज ने दामाखेड़ा की घटना पर भी दुख जताया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था नहीं है. अराजकता का माहौल है.
डिप्टी सीएम अरुण साव ने हमले की निंदा की: सुकमा में जवानों पर हुए नक्सली हमले की डिप्टी सीएम अरुण साव ने निंदा की है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी की डबल इंजन की सरकार से नक्सली बैकफुट पर चले गए हैं. डबल इंजन सरकार के प्रयासों से नक्सली बेचैन हो गए हैं और दहशत में आकर हमले कर रहे हैं.
"जब से राज्य में हमारी सरकार बनी है, डबल इंजन सरकार बस्तर को नक्सल मुक्त बनाने की दिशा में दोगुनी गति से काम कर रही है. जिस तरह से नक्सलियों की गिरफ्तारी, हत्या और आत्मसमर्पण हो रहे हैं, उससे नक्सली बेचैन हैं और घबराए हुए हैं. यही वजह है कि वे घबराहट में इस तरह के हमले कर रहे हैं. इसके बावजूद हमारे सुरक्षा बलों का मनोबल बहुत ऊंचा है और निश्चित रूप से आने वाले समय में बस्तर में शांति होगी और बस्तर विकास की ओर आगे बढ़ेगा: अरुण साव, डिप्टी सीएम