रांची: मंत्रिपरिषद विस्तार की चल रही प्रक्रिया के बीच राज्य में राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है. एक तरफ सत्तारूढ़ झामुमो-कांग्रेस-राजद पांच दिसंबर को राजभवन में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी कर रही है और मंत्री बनाए जाने वाले विधायकों की सूची फाइनल कर राजभवन भेजने की तैयारी में है. वहीं दूसरी तरफ मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी इंडिया गठबंधन पर मंत्री बनने की होड़ का आरोप लगाकर निशाना साध रही है.
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रमाकांत महतो ने इंडिया गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा है कि मंत्री बनने की स्थिति ऐसी है कि एक अनार और सौ बीमार जैसी हो गई है. राज्य में ऐसा पहली बार हुआ है जब अकेले मुख्यमंत्री ने शपथ ली है और एक सप्ताह बाद मंत्रिपरिषद का विस्तार किया जा रहा है. ऐसे में सत्तारूढ़ गठबंधन के भीतर अभी से घमासान दिखने लगा है.
इस बीच कांग्रेस ने भाजपा द्वारा उठाए गए सवाल पर पलटवार करते हुए कहा है कि जो पार्टी 13 दिन तक महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री नहीं चुन पाई, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भाजपा कितनी हताश है और हार के कारण इस तरह का बयान जारी कर रही है. प्रदेश कांग्रेस महासचिव राकेश सिन्हा ने कहा है कि मंत्रिपरिषद विस्तार के बारे में बोलने का भाजपा को कोई नैतिक अधिकार नहीं है.
राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां अंतिम चरण में