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खौफ में जामताड़ा के कारोबारी, ऑनलाइन पेमेंट से लगता है डर! जानें, क्यों - CYBER CRIME

जामताड़ा के कारोबारियों को ऑनलाइन पेमेंट से डर लग रहा है, उन्हें डर है कि कहीं वे किसी मुसीबत में न पड़ जाएं.

Businessmen shying away from online payments due to fear of cyber crime in Jamtara
प्रतीकात्मक तस्वीर (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jan 9, 2025, 9:48 PM IST

Updated : Jan 10, 2025, 11:35 AM IST

जामताड़ा: साइबर अपराध के लिए बदनाम जामताड़ा जिले के व्यवसायी इन दिनों खौफ में हैं. उन पर भी साइबर अपराधियों का खौफ मंडराने लगा है. साइबर अपराधियों के खौफ से जामताड़ा के व्यवसायी ऑनलाइन पेमेंट लेने से डर रहे हैं. स्थिति यह है कि कई पेट्रोल पंप व्यवसायियों ने तो ऑनलाइन पेमेंट लेना ही बंद कर दिया है. इस वजह से कैशलेस ट्रांजेक्शन करने वाले उपभोक्ताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसके पीछे व्यवसायियों द्वारा दिया जा रहा तर्क काफी गंभीर और चिंता का विषय है.

क्या है पूरा माजरा

दरअसल जामताड़ा में साइबर अपराधी व्यवसायियों से सामान लेते समय या पेट्रोल खरीदते समय ठगी के पैसे का इस्तेमाल कर ऑनलाइन भुगतान कर देते हैं. व्यवसायियों को पता ही नहीं चलता कि उनके ग्राहक साइबर अपराधी हैं, वहीं साइबर अपराधी ठगी किए हुए पैसे से सामान खरीदकर ऑनलाइन भुगतान कर देते हैं. जिसके बाद जब पुलिस जांच करती है तो इन व्यवसायियों के खाते भी इस जांच के दायरे में आ जाते हैं.

ईटीवी भारत की ग्राउंड रिपोर्टः जामताड़ा के कारोबारियों को ऑनलाइन पेमेंट से डर! (ETV Bharat)

नतीजा यह होता है कि जांच के दौरान उनका बैंक खाता फ्रीज कर दिया जाता है और पुलिस का नोटिस आ जाता है. इसके बाद उन्हें पता चलता है कि उनके खाते में साइबर ठगी का भुगतान कर सामान खरीदा गया है या भुगतान किया गया है. ऐसे में व्यवसायी को खाता चालू कराने के लिए थाने का चक्कर लगाना पड़ता है और काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.

इन परेशानियों से बचने के लिए व्यवसायियों ने अब ऑनलाइन पेमेंट नहीं लेने का फैसला किया है. कई ने तो ऑनलाइन पेमेंट लेना भी बंद कर दिया है. अब नकद भुगतान लेकर ही सामानों का लेनदेन किया जा रहा है. जामताड़ा में कई ऐसे व्यवसायी हैं जो साइबर अपराधियों के झांसे में आ चुके हैं और ऑनलाइन भुगतान को लेकर उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा है.

क्या कहते हैं उपभोक्ता

पेट्रोल पंप पर पहुंचे ग्राहकों का कहना है कि साइबर क्राइम के चलते ऑनलाइन पेमेंट स्वीकार नहीं करने से काफी परेशानी होती है. कैश नहीं होने पर हम सामान खरीदते हैं और ऑनलाइन पेमेंट कर देते हैं. लेकिन ऑनलाइन पेमेंट स्वीकार नहीं करने से परेशानी का सामना करना पड़ता है, यहां तक ​​कि अगर बार-बार एटीएम से पैसे निकाले जाते हैं तो उसमें से भी पैसे कट जाते हैं.

क्या कहते हैं पेट्रोल पंप संचालक

पेट्रोल पंप पर ऑनलाइन पेमेंट स्वीकार न करने के बारे में पेट्रोल पंप संचालक से भी बात की गई. पेट्रोल पंप के मैनेजर ने बताया कि साइबर अपराधी द्वारा पैसे दिए जाने पर उनका अकाउंट फ्रीज हो जाता है और फिर उन्हें तेल उठाने में दिक्कत आती है. इस परेशानी के चलते उन्होंने ऑनलाइन पेमेंट लेना बंद कर दिया है और मजबूरन उन्हें कैश लेना पड़ रहा है.

चैंबर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष की सरकार और प्रशासन से मांग

जामताड़ा जिला चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि साइबर अपराध का गढ़ होने के कारण ऑनलाइन पेमेंट के माध्यम से साइबर ठगी का पैसा लेने के कारण व्यवसायियों का खाता फ्रीज हो जाता है और उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है. ऐसे में वे सरकार और प्रशासन से मांग करते हैं कि जांच के बाद व्यवसायियों के खाते फ्रीज न किए जाएं बल्कि उन्हें चालू रखा जाए. ताकि उन्हें परेशानी का सामना न करना पड़े.

अन्य राज्यों की पुलिस पहुंचती है जामताड़ा

जामताड़ा के साइबर अपराधियों का जाल पूरे देश में फैला हुआ है. कोई ऐसा राज्य नहीं है जहां साइबर अपराध का जाल नहीं फैला है. जहां से वे मिनटों में अपना जाल फैंककर लोगों को अपना शिकार बनाते हैं और साइबर ठगी को अंजाम देते हैं. देशभर की पुलिस साइबर अपराध की तलाश में जामताड़ा पहुंचती है.

साइबर थाना और पुलिस द्वारा कार्रवाई

साइबर अपराध पर अंकुश लगाने और जामताड़ा को साइबर अपराध मुक्त बनाने के लिए सरकार ने साइबर थाना खोला है. साइबर थाना की पुलिस नियमित रूप से अपराधियों के ठिकानों पर छापेमारी करती है, इस संबंध में कार्रवाई भी होती है और अपराधी पकड़े भी जाते हैं, लेकिन साइबर अपराधियों पर पूरी तरह से लगाम नहीं लग पा रही है,

क्या कहती है पुलिस

जामताड़ा में साइबर अपराधियों के डर से व्यवसायियों द्वारा ऑनलाइन पेमेंट स्वीकार नहीं करने के संबंध में ईटीवी भारत की टीम ने पुलिस प्रशासन से संपर्क किया. इस संबंध में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विकास आनंद लागोरी ने बताया कि जामताड़ा पुलिस व्यवसायियों के साथ है, उन्हें ऑनलाइन पेमेंट लेने में डरना नहीं चाहिए. व्यवसायी ऑनलाइन पेमेंट लेंऔर अगर साइबर फ्रॉड के जरिए उन्हें पेमेंट हुआ है या वे इसके शिकार हुए हैं तो ऐसी स्थिति में उनकी जांच कर सत्यापन कराया जाएगा.

इसे भी पढ़ें- रांची पुलिस की गिरफ्त में आया शातिर ठग, पांच बार जेल जाने के बाद भी किया ऑनलाइन फ्रॉड - फेक ऑनलाइन पेमेंट

इसे भी पढ़ें- Crime News Ranchi: कारोबारी से आर्मी अफसर बनकर ठगी, जमीन के नाम पर 22 लाख लेकर फरार आरोपी छह साल बाद गिरफ्तार - झारखंड न्यूज

इसे भी पढ़ें- QR कोड स्कैन करते समय बरतें सावधानी, भूल कर भी किया ये काम, तो बैंक अकाउंट हो जाएगा खाली - QR CODE SCAN FRAUD

जामताड़ा: साइबर अपराध के लिए बदनाम जामताड़ा जिले के व्यवसायी इन दिनों खौफ में हैं. उन पर भी साइबर अपराधियों का खौफ मंडराने लगा है. साइबर अपराधियों के खौफ से जामताड़ा के व्यवसायी ऑनलाइन पेमेंट लेने से डर रहे हैं. स्थिति यह है कि कई पेट्रोल पंप व्यवसायियों ने तो ऑनलाइन पेमेंट लेना ही बंद कर दिया है. इस वजह से कैशलेस ट्रांजेक्शन करने वाले उपभोक्ताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसके पीछे व्यवसायियों द्वारा दिया जा रहा तर्क काफी गंभीर और चिंता का विषय है.

क्या है पूरा माजरा

दरअसल जामताड़ा में साइबर अपराधी व्यवसायियों से सामान लेते समय या पेट्रोल खरीदते समय ठगी के पैसे का इस्तेमाल कर ऑनलाइन भुगतान कर देते हैं. व्यवसायियों को पता ही नहीं चलता कि उनके ग्राहक साइबर अपराधी हैं, वहीं साइबर अपराधी ठगी किए हुए पैसे से सामान खरीदकर ऑनलाइन भुगतान कर देते हैं. जिसके बाद जब पुलिस जांच करती है तो इन व्यवसायियों के खाते भी इस जांच के दायरे में आ जाते हैं.

ईटीवी भारत की ग्राउंड रिपोर्टः जामताड़ा के कारोबारियों को ऑनलाइन पेमेंट से डर! (ETV Bharat)

नतीजा यह होता है कि जांच के दौरान उनका बैंक खाता फ्रीज कर दिया जाता है और पुलिस का नोटिस आ जाता है. इसके बाद उन्हें पता चलता है कि उनके खाते में साइबर ठगी का भुगतान कर सामान खरीदा गया है या भुगतान किया गया है. ऐसे में व्यवसायी को खाता चालू कराने के लिए थाने का चक्कर लगाना पड़ता है और काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.

इन परेशानियों से बचने के लिए व्यवसायियों ने अब ऑनलाइन पेमेंट नहीं लेने का फैसला किया है. कई ने तो ऑनलाइन पेमेंट लेना भी बंद कर दिया है. अब नकद भुगतान लेकर ही सामानों का लेनदेन किया जा रहा है. जामताड़ा में कई ऐसे व्यवसायी हैं जो साइबर अपराधियों के झांसे में आ चुके हैं और ऑनलाइन भुगतान को लेकर उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा है.

क्या कहते हैं उपभोक्ता

पेट्रोल पंप पर पहुंचे ग्राहकों का कहना है कि साइबर क्राइम के चलते ऑनलाइन पेमेंट स्वीकार नहीं करने से काफी परेशानी होती है. कैश नहीं होने पर हम सामान खरीदते हैं और ऑनलाइन पेमेंट कर देते हैं. लेकिन ऑनलाइन पेमेंट स्वीकार नहीं करने से परेशानी का सामना करना पड़ता है, यहां तक ​​कि अगर बार-बार एटीएम से पैसे निकाले जाते हैं तो उसमें से भी पैसे कट जाते हैं.

क्या कहते हैं पेट्रोल पंप संचालक

पेट्रोल पंप पर ऑनलाइन पेमेंट स्वीकार न करने के बारे में पेट्रोल पंप संचालक से भी बात की गई. पेट्रोल पंप के मैनेजर ने बताया कि साइबर अपराधी द्वारा पैसे दिए जाने पर उनका अकाउंट फ्रीज हो जाता है और फिर उन्हें तेल उठाने में दिक्कत आती है. इस परेशानी के चलते उन्होंने ऑनलाइन पेमेंट लेना बंद कर दिया है और मजबूरन उन्हें कैश लेना पड़ रहा है.

चैंबर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष की सरकार और प्रशासन से मांग

जामताड़ा जिला चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि साइबर अपराध का गढ़ होने के कारण ऑनलाइन पेमेंट के माध्यम से साइबर ठगी का पैसा लेने के कारण व्यवसायियों का खाता फ्रीज हो जाता है और उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है. ऐसे में वे सरकार और प्रशासन से मांग करते हैं कि जांच के बाद व्यवसायियों के खाते फ्रीज न किए जाएं बल्कि उन्हें चालू रखा जाए. ताकि उन्हें परेशानी का सामना न करना पड़े.

अन्य राज्यों की पुलिस पहुंचती है जामताड़ा

जामताड़ा के साइबर अपराधियों का जाल पूरे देश में फैला हुआ है. कोई ऐसा राज्य नहीं है जहां साइबर अपराध का जाल नहीं फैला है. जहां से वे मिनटों में अपना जाल फैंककर लोगों को अपना शिकार बनाते हैं और साइबर ठगी को अंजाम देते हैं. देशभर की पुलिस साइबर अपराध की तलाश में जामताड़ा पहुंचती है.

साइबर थाना और पुलिस द्वारा कार्रवाई

साइबर अपराध पर अंकुश लगाने और जामताड़ा को साइबर अपराध मुक्त बनाने के लिए सरकार ने साइबर थाना खोला है. साइबर थाना की पुलिस नियमित रूप से अपराधियों के ठिकानों पर छापेमारी करती है, इस संबंध में कार्रवाई भी होती है और अपराधी पकड़े भी जाते हैं, लेकिन साइबर अपराधियों पर पूरी तरह से लगाम नहीं लग पा रही है,

क्या कहती है पुलिस

जामताड़ा में साइबर अपराधियों के डर से व्यवसायियों द्वारा ऑनलाइन पेमेंट स्वीकार नहीं करने के संबंध में ईटीवी भारत की टीम ने पुलिस प्रशासन से संपर्क किया. इस संबंध में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विकास आनंद लागोरी ने बताया कि जामताड़ा पुलिस व्यवसायियों के साथ है, उन्हें ऑनलाइन पेमेंट लेने में डरना नहीं चाहिए. व्यवसायी ऑनलाइन पेमेंट लेंऔर अगर साइबर फ्रॉड के जरिए उन्हें पेमेंट हुआ है या वे इसके शिकार हुए हैं तो ऐसी स्थिति में उनकी जांच कर सत्यापन कराया जाएगा.

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Last Updated : Jan 10, 2025, 11:35 AM IST
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