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खौफ में जामताड़ा के कारोबारी, ऑनलाइन पेमेंट से लगता है डर! जानें, क्यों - CYBER CRIME

जामताड़ा के कारोबारियों को ऑनलाइन पेमेंट से डर लग रहा है, कहीं वो किसी मुसीबत में न पड़ जाएं.

Businessmen shying away from online payments due to fear of cyber crime in Jamtara
प्रतीकात्मक तस्वीर (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : 9 hours ago

जामताड़ा: साइबर अपराध के मामले में बदनाम जामताड़ा जिला के व्यवसायी आजकल खौफ में हैं. उनपर भी साइबर अपराधियों का खौफ‌ मंडराने लगा है. जामताड़ा के व्यवसायी साइबर अपराधियों के खौफ से ऑनलाइन पेमेंट लेने से डर रहे हैं.

जामताड़ा में साइबर अपराध के खौफ का आलम ऐसा है कि आज कारोबारी ऑनलाइन पेमेंट लेने से कतरा रहे हैं. हाल ऐसा है कि कई पेट्रोल पंप व्यवसायियों ने तो ऑनलाइन पेमेंट लेने बंद भी कर दिया है. इस कारण से कैशलेस लेनदेन करने वाले उपभोक्ताओं को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है. इसके पीछे कारोबारियों द्वारा दी गयी दलील काफी गंभीर और शोचनीय विषय है.

ईटीवी भारत की ग्राउंड रिपोर्टः जामताड़ा के कारोबारियों को ऑनलाइन पेमेंट से डर! (ETV Bharat)

क्या है पूरा माजरा

दरअसल, जामताड़ा में साइबर अपराधी ठगी के पैसे से व्यवसायी से अपना सामान लेने के समय या पेट्रोल लेते के समय ऐसे अकाउंट का इस्तेमाल करके ऑनलाइन पेमेंट कर देते हैं. व्यवसायियों को यह नहीं मालूम होता कि उनके कस्टमर साइबर अपराधी हैं और किसी की ठगी के पैसे से वे सामान खरीद रहे हैं या ऑनलाइन पेमेंट कर दिया है. जिसके बाद जब पुलिस की जांच होती है तो उनके खाते इस जांच की जद में आ जाते हैं.

नतीजा ये होता है कि जांच के दौरान उनके बैंक खाते को फ्रीज कर दिया जाता है और पुलिस की नोटिस आती है. इसके बाद उन्हें पता चलता है कि उनके खाते में साइबर ठगी का पेमेंट कर सामान खरीदा गया है या भुगतान किया गया है. कारोबारी को ऐसे में खाते को चालू करने के लिए थाना का चक्कर लगाना पड़ता है और काफी परेशानी उठानी पड़ती है.

इन परेशानियों से बचने के लिए व्यवसायियों ने अब ऑनलाइन पेमेंट न लेने का मन बनाया है और यहां तक की कइयों ने ऑनलाइन पेमेंट लेना बंद ही कर दिया है. नगद भुगतान लेकर ही सामान लेनदेन अब करना पड़ रहा है. जामताड़ा के कई ऐसे व्यवसायी हैं जिनको साइबर अपराधी के पैसे ऑनलाइन पेमेंट को लेकर शिकार होना पड़ा है परेशानी उठानी पड़ी.

क्या कहते हैं उपभोक्ता

ऑनलाइन पेमेंट नहीं लेने से पेट्रोल पंप पहुंचे ग्राहकों का कहना है कि साइबर अपराध के कारण ऑनलाइन पेमेंट नहीं लिए जाने से काफी परेशानी होती है. जब कैश‌ नहीं रहता है तो ऑनलाइन पेमेंट कर सामान लेते हैं और भुगतान करते हैं. लेकिन ऑनलाइन पेमेंट नहीं लेने से परेशानी उठानी पड़ती है, बार-बार एटीएम से अगर पैसा भी निकाला जाता है तो उसमें भी पैसा कट जाते हैं.

क्या कहते हैं पेट्रोल पंप संचालक

पेट्रोल पंप में ऑनलाइन पेमेंट नहीं लिए जाने को लेकर जब पेट्रोल पंप के मालिक से भी राय ली गयी. पेट्रोल पंप के प्रबंधक का कहना है कि साइबर अपराधी का पैसा भुगतान होने से उनका अकाउंट फ्रीज हो जाता है और फिर उन्हें तेल उठाने में परेशानी होती है. इस परेशानी को लेकर ऑनलाइन पेमेंट भुगतान करना बंद कर दिया है, कैश लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.

चैंबर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष की सरकार और प्रशासन से मांग

जामताड़ा जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने बताया कि साइबर का गढ़ होने के कारण साइबर ठगी का पैसा ऑनलाइन पेमेंट पर लेने से कारोबारियों का खाता फ्रिज होता है और परेशानी उठानी पड़ती है. ऐसे में वे सरकार और प्रशासन से मांग करते हैं कि जांच कर व्यवसायियों के खातों को फ्रिज न करके चालू रखा जाए. जिससे उनको परेशानी न उठानी पड़े.

अन्य राज्यों की पुलिस पहुंचती है जामताड़ा

जामताड़ा के साइबर अपराधी का जाल पूरे देश में फैल चुका है. ऐसा कोई राज्य नहीं है जहां साइबर अपराध का अपना नेटवर्क नहीं फैलाया गया है. जहां से मिनटों में अपना जाल फेंक लोगों को शिकार बनाते हैं और साइबर ठगी को अंजाम दे देते हैं. पूरे देश की पुलिस साइबर अपराध के तलाश में जामताड़ा पहुंचती है. ऐसा कोई राज्य की पुलिस नहीं है जो जामताड़ा साइबर अपराध के तलाश में नहीं पहुंची हो.

साइबर थाना और पुलिस द्वारा कार्रवाई

साइबर अपराध पर अंकुश लगाने को लेकर और जामताड़ा को साइबर अपराध मुक्त बनाने के लिए सरकार द्वारा साइबर थाना खोला गया है. साइबर थाना की पुलिस द्वारा लगातार अपराधियों के अड्डे पर छापामारी अभियान चलाई जाती है. इसको लेकर कार्रवाई की जाती है और अपराधी भी पकड़े जाते हैं. लेकिन साइबर अपराधी पर लगाम पूरी तरह से नहीं लग पा रहा है.

क्या कहती है पुलिस

जामताड़ा में साइबर अपराधियों के भय से व्यवसायियों द्वारा ऑनलाइन पेमेंट नहीं लिए जाने को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने पुलिस प्रशासन से संपर्क किया. इसको लेकर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विकास आनंद लगोरी द्वारा बताया गया कि जामताड़ा पुलिस कारोबारियों के साथ है, उनको ऑनलाइन पेमेंट लेने से डरना नहीं चाहिए. व्यवसायी ऑनलाइन पेमेंट लें अगर साइबर ठगी के पैसे से भुगतान होता है इसके शिकार होते हैं तो ऐसी स्थिति में उन्हें जांच कर सत्यापन कराया जाएगा.

इसे भी पढ़ें- रांची पुलिस की गिरफ्त में आया शातिर ठग, पांच बार जेल जाने के बाद भी किया ऑनलाइन फ्रॉड - फेक ऑनलाइन पेमेंट

इसे भी पढ़ें- Crime News Ranchi: कारोबारी से आर्मी अफसर बनकर ठगी, जमीन के नाम पर 22 लाख लेकर फरार आरोपी छह साल बाद गिरफ्तार - झारखंड न्यूज

इसे भी पढ़ें- QR कोड स्कैन करते समय बरतें सावधानी, भूल कर भी किया ये काम, तो बैंक अकाउंट हो जाएगा खाली - QR CODE SCAN FRAUD

जामताड़ा: साइबर अपराध के मामले में बदनाम जामताड़ा जिला के व्यवसायी आजकल खौफ में हैं. उनपर भी साइबर अपराधियों का खौफ‌ मंडराने लगा है. जामताड़ा के व्यवसायी साइबर अपराधियों के खौफ से ऑनलाइन पेमेंट लेने से डर रहे हैं.

जामताड़ा में साइबर अपराध के खौफ का आलम ऐसा है कि आज कारोबारी ऑनलाइन पेमेंट लेने से कतरा रहे हैं. हाल ऐसा है कि कई पेट्रोल पंप व्यवसायियों ने तो ऑनलाइन पेमेंट लेने बंद भी कर दिया है. इस कारण से कैशलेस लेनदेन करने वाले उपभोक्ताओं को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है. इसके पीछे कारोबारियों द्वारा दी गयी दलील काफी गंभीर और शोचनीय विषय है.

ईटीवी भारत की ग्राउंड रिपोर्टः जामताड़ा के कारोबारियों को ऑनलाइन पेमेंट से डर! (ETV Bharat)

क्या है पूरा माजरा

दरअसल, जामताड़ा में साइबर अपराधी ठगी के पैसे से व्यवसायी से अपना सामान लेने के समय या पेट्रोल लेते के समय ऐसे अकाउंट का इस्तेमाल करके ऑनलाइन पेमेंट कर देते हैं. व्यवसायियों को यह नहीं मालूम होता कि उनके कस्टमर साइबर अपराधी हैं और किसी की ठगी के पैसे से वे सामान खरीद रहे हैं या ऑनलाइन पेमेंट कर दिया है. जिसके बाद जब पुलिस की जांच होती है तो उनके खाते इस जांच की जद में आ जाते हैं.

नतीजा ये होता है कि जांच के दौरान उनके बैंक खाते को फ्रीज कर दिया जाता है और पुलिस की नोटिस आती है. इसके बाद उन्हें पता चलता है कि उनके खाते में साइबर ठगी का पेमेंट कर सामान खरीदा गया है या भुगतान किया गया है. कारोबारी को ऐसे में खाते को चालू करने के लिए थाना का चक्कर लगाना पड़ता है और काफी परेशानी उठानी पड़ती है.

इन परेशानियों से बचने के लिए व्यवसायियों ने अब ऑनलाइन पेमेंट न लेने का मन बनाया है और यहां तक की कइयों ने ऑनलाइन पेमेंट लेना बंद ही कर दिया है. नगद भुगतान लेकर ही सामान लेनदेन अब करना पड़ रहा है. जामताड़ा के कई ऐसे व्यवसायी हैं जिनको साइबर अपराधी के पैसे ऑनलाइन पेमेंट को लेकर शिकार होना पड़ा है परेशानी उठानी पड़ी.

क्या कहते हैं उपभोक्ता

ऑनलाइन पेमेंट नहीं लेने से पेट्रोल पंप पहुंचे ग्राहकों का कहना है कि साइबर अपराध के कारण ऑनलाइन पेमेंट नहीं लिए जाने से काफी परेशानी होती है. जब कैश‌ नहीं रहता है तो ऑनलाइन पेमेंट कर सामान लेते हैं और भुगतान करते हैं. लेकिन ऑनलाइन पेमेंट नहीं लेने से परेशानी उठानी पड़ती है, बार-बार एटीएम से अगर पैसा भी निकाला जाता है तो उसमें भी पैसा कट जाते हैं.

क्या कहते हैं पेट्रोल पंप संचालक

पेट्रोल पंप में ऑनलाइन पेमेंट नहीं लिए जाने को लेकर जब पेट्रोल पंप के मालिक से भी राय ली गयी. पेट्रोल पंप के प्रबंधक का कहना है कि साइबर अपराधी का पैसा भुगतान होने से उनका अकाउंट फ्रीज हो जाता है और फिर उन्हें तेल उठाने में परेशानी होती है. इस परेशानी को लेकर ऑनलाइन पेमेंट भुगतान करना बंद कर दिया है, कैश लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.

चैंबर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष की सरकार और प्रशासन से मांग

जामताड़ा जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने बताया कि साइबर का गढ़ होने के कारण साइबर ठगी का पैसा ऑनलाइन पेमेंट पर लेने से कारोबारियों का खाता फ्रिज होता है और परेशानी उठानी पड़ती है. ऐसे में वे सरकार और प्रशासन से मांग करते हैं कि जांच कर व्यवसायियों के खातों को फ्रिज न करके चालू रखा जाए. जिससे उनको परेशानी न उठानी पड़े.

अन्य राज्यों की पुलिस पहुंचती है जामताड़ा

जामताड़ा के साइबर अपराधी का जाल पूरे देश में फैल चुका है. ऐसा कोई राज्य नहीं है जहां साइबर अपराध का अपना नेटवर्क नहीं फैलाया गया है. जहां से मिनटों में अपना जाल फेंक लोगों को शिकार बनाते हैं और साइबर ठगी को अंजाम दे देते हैं. पूरे देश की पुलिस साइबर अपराध के तलाश में जामताड़ा पहुंचती है. ऐसा कोई राज्य की पुलिस नहीं है जो जामताड़ा साइबर अपराध के तलाश में नहीं पहुंची हो.

साइबर थाना और पुलिस द्वारा कार्रवाई

साइबर अपराध पर अंकुश लगाने को लेकर और जामताड़ा को साइबर अपराध मुक्त बनाने के लिए सरकार द्वारा साइबर थाना खोला गया है. साइबर थाना की पुलिस द्वारा लगातार अपराधियों के अड्डे पर छापामारी अभियान चलाई जाती है. इसको लेकर कार्रवाई की जाती है और अपराधी भी पकड़े जाते हैं. लेकिन साइबर अपराधी पर लगाम पूरी तरह से नहीं लग पा रहा है.

क्या कहती है पुलिस

जामताड़ा में साइबर अपराधियों के भय से व्यवसायियों द्वारा ऑनलाइन पेमेंट नहीं लिए जाने को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने पुलिस प्रशासन से संपर्क किया. इसको लेकर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विकास आनंद लगोरी द्वारा बताया गया कि जामताड़ा पुलिस कारोबारियों के साथ है, उनको ऑनलाइन पेमेंट लेने से डरना नहीं चाहिए. व्यवसायी ऑनलाइन पेमेंट लें अगर साइबर ठगी के पैसे से भुगतान होता है इसके शिकार होते हैं तो ऐसी स्थिति में उन्हें जांच कर सत्यापन कराया जाएगा.

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