रांची: शराब घोटाले से जुड़े मामले में झारखंड के सीनियर आईएएस अधिकारी विनय चौबे सहित कइयों के आवास पर छापेमारी हुई. इसको लेकर सियासत शुरू हो गयी है.
सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा ने इस कार्रवाई पर तंज कसते हुए कहा है कि इसकी आशंका पहले ही व्यक्त की गई थी. पार्टी के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने छापेमारी की इस कार्रवाई के पीछे भाजपा का हाथ होने का आरोप लगाया. साथ ही कहा कि चुनाव का वक्त है और मैंने पहले ही कहा था कि कार्रवाई का यह सिलसिला आगामी चुनाव यानी 20 नवंबर तक चलेगा.
केंद्रीय जांच एजेंसी को पॉलिटिकल टूल किट बताते हुए झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि छापेमारी का नतीजा ईडी को सार्वजनिक करनी चाहिए. सूत्रों के जरिए इसे सार्वजनिक करने की कोशिश कहीं ना कहीं संदेह उत्पन्न करता है. उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मामले में हाईकोर्ट के द्वारा की गयी टिप्पणी का हवाला देते हुए इसे पॉलिटिकल मोटिवेटड बताया है.
इस कार्रवाई को लेकर कांग्रेस ने भी प्रतिक्रिया दी है. बीजेपी पर हमला बोलते हुए कांग्रेस नेता राकेश सिन्हा ने कहा है कि राज्य की सत्ता पाने के लिए जांच एजेंसियों को आगे किया जा रहा है. चुनावी पर्व में जब भाजपा के कई राज्यों के मुख्यमंत्री और नेता सफल नहीं हो पा रहे हैं तो एजेंसी को आगे कर ब्यूरोक्रेट्स पर हावी होने का प्रयास किया जा रहा है.