देहरादून: उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों के लिए नामांकन प्रक्रिया 27 मार्च को संपन्न हो गई है. ऐसे में अब 28 मार्च को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी. साथ ही 30 मार्च को नाम वापसी की तिथि रखी गई है. प्रदेश की पांचों लोकसभा सीटों में से टिहरी लोकसभा सीट पर 6 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है. जिसमें भाजपा प्रत्याशी माला राज्य लक्ष्मी शाह, कांग्रेस प्रत्याशी जोत सिंह गुनसोल, बसपा प्रत्याशी नेमचंद, पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक) प्रत्याशी रामपाल सिंह, राष्ट्रीय उत्तराखंड पार्टी प्रत्याशी नवनीत सिंह गोसाईं और निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में बॉबी पंवार ने अपना नामांकन दाखिल किया है.
टिहरी लोक सभा सीट से चुनाव लड़ रहे सभी प्रत्याशियों में से भाजपा प्रत्याशी माला राज्य लक्ष्मी शाह संपत्ति के मामले में पहले पायदान पर हैं. भाजपा प्रत्याशी माला राज्य लक्ष्मी शाह की ओर से जमा किए गए एफिडेविट के अनुसार, इनके पास 6 करोड़ 96 लाख 26 हजार 415 रुपए की चल संपत्ति है. इसमें कोई विरासतन संपत्ति नहीं है. इसके साथ ही 90 लाख रुपए की अचल संपत्ति लक्ष्मी शाह ने खुद से अर्जित की है. इसके साथ ही उनके पति की विरासतन संपत्ति करीब 147.17 करोड़ और चल संपत्ति करीब 46 करोड़ रुपए है. माला राज्यलक्ष्मी शाह के पति ने 16.50 करोड़ रुपए का लोन लिया है.
शपथ पत्र के अनुसार, माला राज्य लक्ष्मी ने 2022-23 में 23 लाख 84 हजार 648 रुपए और पति ने 69 लाख 26 हजार 85 रुपए का आईटीआर फाइल किया है. माला राज्यलक्ष्मी शाह के पास वर्तमान समय में 23 लाख 54 हजार 544 रुपए की फॉरच्यूनर, 10 लाख 32 हजार 940 रुपए की इनोवा और 7 लाख 34 हजार 681 रुपए की होंडा सिटी गाड़ी है. साथ ही करीब 3 करोड़ रुपए के बांड और 45 लाख रुपए बीमा कंपनियों में निवेश किए है. इसके अलावा रानी के पास 247 ग्राम सोना है, जिसकी कीमत करीब 13 लाख 74 हजार 735 है. रानी के पति के पास करीब 1700 ग्राम सोना और 140.336 किलोग्राम चांदी है.
माला राज्य लक्ष्मी शाह पॉलिटिकल KYC:माला राज्यलक्ष्मी शाह का जन्म 23 अगस्त 1950 को काठमांडू नेपाल में हुआ था. उनके पिता स्वर्गीय सेवानिवृत्त जनरल अर्जुन शमशेर जंग बहादुर राणा व मां का नाम स्वर्गीय रानी बिंदू देवी राणा राजलक्ष्मी है. माला राजलक्ष्मी शाह ने प्रारंभिक इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी पुणे और रत्ना राजलक्ष्मी कॉलेज काठमांडू से पूरी की.उनका विवाह 7 फरवरी 1973 में नेपाल काठमांडू राणा शाही घराने से उत्तराखंड टिहरी राजशाही परिवार में मानवेंद्र शाह के पुत्र मनुजेंद्र शाह के साथ हुआ.
राज लक्ष्मी की एक बेटी हैं जिनका नाम कृश्या कुमारी देवी है. वह भी मां की तरह वर्तमान में राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय होती जा रही हैं. टिहरी लोकसभा से रानी राज्यलक्ष्मी ने 13 अक्टूबर 2012 उपचुनाव जीती. मई 2014 से 16वीं लोकसभा के लिए पुनः निर्वाचित दूसरा कार्यकाल में सदस्य बनीं. 2019 में भी माला राज्यलक्ष्मी शाह सांसद बनी. अब एक बार फिर से वे बीजेपी के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं.
जोत सिंह गुनसोला की संपति: वहीं, टिहरी लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी जोत सिंह गुनसोला संपति के मामले में भाजपा प्रत्याशी माला राज्य लक्ष्मी शाह से बहुत पीछे हैं. गुनसोला की ओर से जमा किए गए शपथ पत्र के अनुसार इनके पास 10 लाख 22 हजार 200 रुपए चल संपत्ति है. साथ ही 3 करोड़ 10 लाख रुपए अचल संपत्ति है. गुनसोला की पत्नी के पास 16 लाख 48 हजार 409 रुपए चल संपत्ति है. कांग्रेस प्रत्याशी ने 2022-23 में 9 लाख 87 हजार रुपए और उनकी पत्नी ने 2 लाख 29 हजार रुपए का आईटीआर फाइल किया. शपथ पत्र के अनुसार गुनसोला पर किसी भी तरह का कोई मामला थाना और न्यायालय में दर्ज नहीं है. गुनसोला के पास 8 लाख रुपए की एक महिन्द्रा स्कार्पियो, 10 लाख रुपए कीमत की 0.21 एकड़ कृषि भूमि और मसूरी में करीब 3 करोड़ रुपए कीमत का आवासीय भवन है.
जोत सिंह गुनसोला की पॉलिटिकल KYC:जोत सिंह गुनसोला कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं. 1988 में जोत सिंह गुनसोला, मसूरी नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष चुने गए थे. इसके बाद 1997 में दोबारा मसूरी नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष बने. साल 2000 में उत्तराखंड अलग राज्य बनने के बाद साल 2002 में हुई पहली विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी ने मसूरी विधानसभा सीट से गुनसोला को टिकट दिया. जिसपर जीत दर्ज कर पहली बार विधानसभा पहुंचे.
इसके बाद 2007 में हुई विधानसभा के दौरान एक बार फिर गुनसोला चुनाव जीत विधानसभा पहुंचे. लेकिन 2012 के विधानसभा चुनाव भाजपा प्रत्याशी गणेश जोशी से हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद साल 2019 में जोत सिंह गुनसोला ने क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली. ऐसे में अब पार्टी आलाकमान ने जोत सिंह गुनसोला पर भरोसा जताते हुए टिहरी लोकसभा सीट पर प्रत्याशी बनाया है.