देहरादून: उत्तरकाशी मस्जिद विवाद के बाद पुलिस प्रशासन एक्शन में है. महारैली के बाद से ही पुलिस हर किसी पर नजर बनाये हुए हैं. उत्तरकाशी के हालातों को देखते हुए प्रशासन एहतियात के तौर पर सभी जरूरी एक्शन ले रहा है. इसी कड़ी में दूसरे आसपास के जनपदों से पुलिस फोर्स को उत्तरकाशी भेजा जा रहा है. त्योहारी सीजन की आड़ में किसी तरह की अनहोनी न हो, इसे देखते हुए पुलिस प्रशासन ने ये फैसला लिया है.
इसके अलावा पुलिस ने उत्तरकाशी मस्जिद विवाद मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है. 200 से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस वीडियो फुटेज खंगाल कर उपद्रवियों का पहचान में जुटी हुई है. उपद्रवियों पहचान की पहचान के बाद उनसे नुकसान की भरपाई करवाई जाएगी. उत्तराखंड पुलिस प्रवक्ता नीलेश आनंद भरणे ने कहा उत्तरकाशी मस्जिद विवाद में दंगा कानून के तहत होगी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों को बख्सा नहीं जाएगा.
बता दें 24 अक्टूबर को उत्तरकाशी में हिंदूवादी संगठनों ने बाड़ाहाट क्षेत्र की मस्जिद को अवैध बताते हुए प्रदर्शन किया. जिसमें सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे. इसके बाद इस महारैली में पथराव के बाद लाठीचार्ज हुआ. जिसमें 27 लोग घायल हुये. हंगामे को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सख्ती दिखाई. तुरंत से शहर में धारा 163 लागू की गई. इसके बाद व्यापार मंडल ने भी यमुनाघाटी बंद की घोषणा की. महारैली के दो दिन बाद आज बाजार खुले, स्थिति भी सामान्य नजर आई.
संगठनों ने आरोप लगाया कि शहर में बनी मस्जिद अवैध है. प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने की कोशिश की. लेकिन भीड़ कार्रवाई की बात पर अड़ी रही. 24 अक्टूबर दोपहर बाद कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की भी कोशिश की. पुलिस ने लाठीचार्ज करते हुए भीड़ को तितर बितर किया और हालात को अपने काबू में लिया. इसके बाद पथराव के आरोप में 200 से ज्यादा लोगों पर मुकदमा दर्ज किया. अब पुलिस वीडिओ फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की तलाश कर रही है.
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