देहरादूनःराजपुर क्षेत्र में संदिग्ध रेडियो एक्टिव मैटेरियल (RAM) डिवाइस मिलने के मामले में बिना किसी मापदंड के आरोपियों द्वारा डिवाइस में केमिकल का उपयोग किया था. नरोरा एटॉमिक पावर स्टेशन से आई टीम द्वारा रेडियो एक्टिव डिवाइस में गलत प्रयोग किए जाने की पुष्टि हुई है. इस मामले में पुलिस ने शुक्रवार को पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया है. आरोपियों से पूछताछ के आधार पर सामने आए 2 अन्य आरोपियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.
जांच में सामने आया है कि आरोपी डिवाइस को ऊंचे दामों में बेचकर करोड़ों रुपये का मुनाफा कमाना चाहते थे. इस खरीद-फरोख्त के सौदे के लिए आरोपियों ने पूर्व आयकर अधिकारी का मकान किराए पर लिया था. आरोप है कि इस पूर्व आयकर अधिकारी ने आरोपियों को अपने प्रभावशाली होने और बेधड़क होकर मकान में डिवाइस का सौदा करने का भरोसा दिलाया था. पुलिस ने इस पूर्व आयकर अधिकारी के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया है.
ये रहा मामला: दरअसल, थाना राजपुर पुलिस को मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि ब्रुक एंड वुड्स सोसाइटी में स्थित फ्लैट (जिसे कुछ लोगों को किराये पर दिया गया है) में कुछ संदिग्ध व्यक्ति अपने साथ कोई रेडियोएक्टिव पदार्थ और अन्य सामग्री लेकर आए हैं. ये लोग डिवाइस की करोड़ों रुपए में खरीद फरोख्त की बात कर रहे थे. सूचना पर थाना राजपुर से पुलिस बल मौके पर पहुंची. इस दौरान फ्लैट में 5 व्यक्ति मौजूद मिले.
आरोपियों के पास से पुलिस को मौके से एक डिवाइस जिस पर रेडियोग्राफी कैमरा मैनफैचुरेड बाय बोर्ड ऑफ रेडिएशन एंड आइसोटोप टेक्नोलॉजी गवर्मेंट ऑफ इंडिया डिपार्टमेंट ऑफ ऑटोमिक एनर्जी (Radiography Camera Manufactured By - Board Of Radiation And Isotope Technology Government Of India Department Of Atomic Energy BARC/BRIT) लिखा हुआ था मिला. साथ ही एक काले रंग का बॉक्स मिला जिसमें व्यक्तियों द्वारा रेडियो एक्टिव पावर आर्टिकल होना और उसे खोलने पर रेडिएशन का खतरा होने की बात बताई गई. इसके साथ ही पुलिस को 6 लाख रुपये नकद, 3 लग्जरी कारें और 15 स्मार्टफोन बरामद हुए.
पुलिस ने मौके से सुमित पाठक निवासी आगरा, तबरेज आलम निवासी सहारनपुर, सरवर हुसैन निवासी दिल्ली, जैद अली निवासी भोपाल और अभिषेक जैन निवासी भोपाल को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में अभियुक्त तबरेज आलम ने बताया कि ये डिवाइस 10 से 11 महीने पहले सहारनपुर निवासी एक परिचित राशिद उर्फ समीर से खरीदा गया है. वहीं, सुमित पाठक ने बताया कि वो डिवाइस की खरीद फरोख्त की बात करने देहरादून आया है.
आरोपियों से पूछताछ के आधार पर दिल्ली और फरीदाबाद के कुछ अन्य लोगों के नाम सामने में आए हैं, जिसके संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है. आरोपियों से पूछताछ के आधार पर सामने में आए 2 अन्य आरोपियों को पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है, जिनसे इसके संबंध में जानकारी की जा रही है.