राजाखेड़ा(धौलपुर). जिले में खाद्य पदार्थों में मिलावट कर आमजन की सेहत से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ पुलिस और चिकित्सा विभाग ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. दोनों विभागों की संयुक्त टीम ने 2 अप्रैल से 4 अप्रैल की शाम तक 48 घंटों में जिले में 15 जगहों पर छापे मारे. इस छापेमारी में 12 जगहों से भारी मात्रा में मिलावटी पदार्थों को बरामद किया गया है. 5 मिलावटखोरों के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया गया है.
जिला कलेक्टर श्रीनिधि बीटी और जिला पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरड़ा के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जयंती लाल मीणा की ओर से इस संबंध में टीम गठित की थी. टीम ने पुलिस के साथ मिल कर राजाखेड़ा क्षेत्र में 2 अप्रैल की मध्यरात्रि से कार्रवाई शुरू की थी. टीम ने मिलावटखोरों के 12 ठिकानों पर कार्रवाई कर लगभग 2500 किलो से अधिक खराब बदबूदार खोआ, 540 लीटर खराब घी, 150 किलो नकली पनीर, 25 कट्टे मिल्क पाउडर, 162 डिब्बे मिलावटी बर्फी, 21 टीन मिलावटी रिफाइंड तेल को नष्ट करवाया है. वहीं, 680 लीटर घी को संदेह के आधार पर सीज किया है.
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5 मिलावटखोरों के खिलाफ मामला दर्ज :सीएमएचओ डॉ. जयंती लाल मीणा ने बताया कि संयुक्त टीम ने राजाखेड़ा, मनियां, दिहोली, महाजीत का पुरा, सावलिया पुरा सहित एक दर्जन से अधिक जगहों पर छापे मारकर खाद्य पदार्थों के नमूनों की मोबाइल फूड टेस्ट लैब में जांच करवाई. एक नमूना प्रयोग शाला के लिए भेज दिया गया है. इस कार्रवाई के दौरान 5 मिलावटखोरों के विरुद्ध पुलिस एफआईआर भी दर्ज की गई है. उन्होंने बताया कि 2 अप्रैल को पुलिस की ओर से राजाखेड़ा क्षेत्र में भारी मात्रा में मिलावटी खाद्य पदार्थ निर्माण की सूचना दी गई थी, जिस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए खाद्य सुरक्षा अधिकारी पदम सिंह परमार को पुलिस के साथ कार्रवाई करने के लिए भेजा गया था. जिले में कार्यरत एक मात्र खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने लगातार 24 घंटे पुलिस के साथ नमूने लेने और नष्ट करने की कार्रवाई की है. उन्होंने बताया कि रीको औद्योगिक क्षेत्र में स्थित श्री हरी डेयरी से 680 लीटर घी सीज किया गया. साथ ही 150 किलो पनीर नष्ट करवाया गया है. इनके सैंपल प्रयोशाला के लिए भिजवाए गए हैं. रिपोर्ट में मिलावट पाए जाने पर आगे कार्रवाई की जाएगी.