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थाना सुसाइड केस : धरने पर बैठा राजपूत समाज - suicide case

थाने में सुसाइड केस की न्यायिक जांच शुरू हो चुकी है तो वहीं, राजपूत समाज ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है.

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 4 hours ago

Published : 4 hours ago

Phalodi suicide case
धरने पर बैठा राजपूत समाज (ETV BHARAT JODHPUR)

जोधपुर/फलोदी : फलोदी जिले के देचू थाने में फूल सिंह की खुदकुशी मामले की न्यायिक जांच शुरू हो चुकी है. फिलहाल तक मृतक के शव का पोस्टमार्टम नहीं हुआ है. थाने के बाहर भारी संख्या में राजपूत समाज के लोग धरने पर बैठ गए हैं. साथ ही देचू कस्बा बंद है. इधर, पुलिस की परिजनों और समाज के लोगों के साथ एक वार्ता भी हो चुकी है, जिसमें समाज के लोगों और परिजनों ने निष्पक्ष जांच और पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग रखी है.

फलोदी एसपी पूजा अवाना ने बताया कि फूल सिंह को गुरुवार को पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया था, जहां उसने आत्महत्या कर ली. फिलहाल पोस्टमार्टम नहीं हुआ है. समाज और परिजनों ने अपनी मांगें रखी है, जिसमें एफआईआर दर्ज कर निष्पक्ष जांच और मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने की मांग रखी गई है. उन्होंने बताया कि मामले की न्यायिक जांच शुरू हो चुकी है. जांच के बाद ही स्थिति साफ होगी. परिजनों की मांग पर गंभीरता से विचार चल रहा है.

थाना सुसाइड केस (ETV BHARAT JODHPUR)

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दरअसल, फूल सिंह के खिलाफ नाबालिग से दुष्कर्म करने का मामला देचू थाने में दर्ज हुआ था. इसी मामले में पुलिस उसे गुरुवार को थाने लाई थी, लेकिन उसे गिरफ्तार नहीं बताया. शुक्रवार अल सुबह पुलिसकर्मियों को पता चला कि उसने खिड़की से लटक कर आत्महत्या कर ली. उसके बाद अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई. घटना की जानकारी मिलने के बाद समाज के लोग पुलिस के खिलाफ धरने पर बैठ गए. लोगों का आरोप है कि पुलिस की प्रताड़ना के चलते यह घटना हुई है. आईजी विकास कुमार भी देचू पहुंचे हैं.

1 करोड़ के मुआवजे की मांग :धरने को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता उम्मेद सिंह ने कहा कि फूल सिंह के परिजनों को सरकार को एक करोड़ रुपए का मुआवजा देना होगा. इसके अलावा परिवार में एक सरकारी नौकरी भी देनी होगी. उम्मेद सिंह ने कहा कि जब उदयपुर में हत्या हुई तो करोड़ों रुपए का पैकेज और दो लोगों को नौकरी मिली थी तो फूल सिंह के परिवार को भी मुआवजा और सरकारी नौकरी क्यों नहीं मिल सकती है. हमें इसके लिए यहां डटे रहना होगा तो ही न्याय मिलेगा.

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