पटना :शिक्षा में सुधार को लेकर सरकार भले ही लाख दावे करती हो, लेकिन अभी भी पटना के ग्रामीण इलाकों के स्कूलों में चले जाइए तो कई तरह के अनियमितता दिख जाएगी. ऐसे में गुरुवार को धनरूआ के चंदापर विद्यालय में मध्यान्ह भोजन में घटिया सामग्री का प्रयोग करने और कीड़ा निकलने पर बच्चों और अभिभावकों ने हंगामा किया.
मध्यान्ह भोजन में घटिया सामग्री देने का आरोप : स्थानीय लोगों ने ना केवल हंगामा और विरोध किया, बल्कि गंभीर आरोप भी लगाया है. लोगों का कहना है कि लगातार मध्यान्ह भोजन में घटिया चावल और कीड़े लगे हुए दाल का खाना बनाकर बच्चों को दिया जा रहा है. ऐसे में उनके बच्चों के जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
'मुझ पर दबाव बनाया जाता है' :यहां तक कि खाना बनाने वाली रसोइया ने भी अपने प्रभारी पर आरोप लगाया है. उसका कहना है कि बराबर इसी तरह के सामग्री लाकर हमको खाना बनाने के लिए दिया जाता है. मना करने के बाद भी कोई लाभ नहीं मिलता है.
''विद्यालय की प्रभारी मैडम मध्यान्ह भोजन के लिए कीड़ा लगा हुआ दाल और चना बनाने के लिए देती हैं. हम मना करते हैं फिर भी वह हमसे खाना बनवाती हैं.''-किरण देवी, रसोईया
सचिव से लेकर शिक्षक तक बिफरे हुए हैं : विद्यालय के सचिव ने भी स्कूल प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. स्कूल के ही शिक्षक राजेश कुमार के साथ-साथी बच्चों ने भी स्कूल की प्रभारी कुसुम कुमारी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. ना केवल मध्यान्ह भोजन बल्कि पढ़ाई किताब वितरण को लेकर भी सवाल उठाए हैं.
''पूरे अप्रैल महीने में एक दिन भी अंडा नहीं दिया गया है. कई महीनों से धनरूआ के प्राथमिक विद्यालय चंदापर स्कूल में मध्यान्ह भोजन और पढ़ाई में अनियमितता चल रही है. प्रभारी को निलंबित किया जाए.''- विकास कुमार, वार्ड पार्षद प्रतिनिधि