एमपी डेस्क : ईपीएस-95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति के चेयरमैन कमांडर अशोक राऊत ने कहा कि न्यूनतम मासिक पेंशन 7500 रु करने समेत कई अन्य मांगों को लेकर 31 जुलाई को विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. लंबे समय से पेंशन निधि में अंशदान के बावजूद रिटायर्ड कर्मचारियों को इतनी कम पेंशन मिल रही है कि जीवन यापन भी मुश्किल हो गया है. आठ सालों से देशभर के 78 लाख पेंशनर्स न्यूनतम पेंशन बढ़ाने की लगातार मांग कर रहे हैं.
1450 रु मिल रही पेंशन
राष्ट्रीय संघर्ष समिति के चेयरमैन ने कहा, '' अभी भी कई ऐसे पेंशनर्स हैं जिन्हें औसतन 1,450 रु की मासिक पेंशन मिल रही है. हमारी मांग है कि डीए के साथ मूल वेतन कम से कम 7500 रु महीना की जाए और पेंशन पानी वाले व्यक्ति के पति या पत्नी को फ्री स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाएं. राऊत ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री से बातचीत के बाद भी कोई फैसला नहीं हो सका है, इससे देशभर के पेंशनर्स की निराशा बढ़ती जा रही है.