प्रयागराज :यूपी लोकसेवा आयोग ने पीसीएस जे परीक्षा की कॉपियों के बदलने में 5 कर्मचारियों को आरोपी पाते हुए तीन को सस्पेंड कर दिया है. जबकि, एक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई है और एक रिटायर कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन से अनुमति मांगी गई है.
हाईकोर्ट में मामला पहुंचने के बाद आयोग ने जांच करवाई और जांच में पाया गया कि मानवीय भूल के कारण दो कॉपियों के बंडल बदल गए थे. आयोग के मुताबिक, इस मामले में जिन कर्मचारियों की लापरवाही से कॉपियां बदली थीं उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है. इसके साथ ही भविष्य में ऐसी चूक न हो उसका भी इंतजाम किया जा रहा है.
उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग के पीसीएस जे 2022 की परीक्षा का परिणाम आने के बाद अभ्यर्थी श्रवण पांडेय की तरफ से हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर उसकी कॉपी बदले जाने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की गई थी. जिस मामले की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट में कॉपियों के पहुंचने पर साबित हुआ कि अभ्यर्थी की कॉपी बदली गई है. जिसके बाद आयोग की तरफ से पूरे मामले की जांच करने के साथ ही सभी अभ्यर्थियों को उनकी कॉपियां देखने का अवसर दिया गया जो जुलाई माह तक चलता रहेगा.
कॉपियां बदलने के आरोप में फंसे 5 कर्मचारी :यूपी लोकसेवा आयोग ने हाईकोर्ट में दिए गए हलफनामे के बाद पूरे मामले की जांच शुरू करवाई. जिसके बाद आयोग ने जांच में पाया कि एक कॉपी नहीं बल्कि कॉपियों के सेट के दो बंडल बदल गए थे. एक सेट में 25 कॉपियां होने की वजह से कुल 50 कॉपियां एक दूसरे से बदल गई थीं. कॉपियों की ये अदला-बदली उनके बंडलों पर की जाने वाली कोडिंग के कारण हुई थी. उस कार्य मे लगे पांच कर्मचारियों की लापरवाही के कारण कॉपियों के दो बंडल बदल गए थे, जिस वजह से पीसीएस जे 2022 को लेकर आयोग की शुचिता और पारदर्शिता तक पर सवाल खड़े हुए. आयोग के सचिव अशोक कुमार की तरफ से कहा गया है कि मानवीय भूल के कारण कॉपियों के बंडल में गलत कोडिंग हो गई थी, जिस मामले में आयोग ने सख्त कदम उठाए हैं और भविष्य में ऐसी चूक न हो उसके लिए भी व्यवस्था बनाई जा रही है.