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पटना नगर निगम की पहल, लुप्त हो रहे पेड़-पौधों को संरक्षित करने के लिए बनाए जाएंगे नए पार्क

Endangered Trees And Plants: पटना नगर निगम ने लुप्त हो रहे पेड़-पौधों के लिए नए पार्क बनाने की पहल की है. इस पार्क में स्कूली बच्चों को भ्रमण कराया जाएगा. आगे पढ़ें पूरी खबर.

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Feb 18, 2024, 11:39 AM IST

Updated : Feb 18, 2024, 5:07 PM IST

लुप्त हो रहे पेड़ पौधे के लिए पार्क
लुप्त हो रहे पेड़ पौधे के लिए पार्क

लुप्त हो रहे पेड़ पौधे के लिए पार्क

पटना:कई पेड़ पौधों की प्रजातियां अब लुप्त हो रही है जिसके कारण जलवायु संकट देश और दुनिया में बढ़ रहा है. राजधानी पटना भी इससे अछूता नहीं है. आए दिन पटना में प्रदूषण के मामले नए कीर्तिमान बना रहे हैं और इससे होने वाली बीमारियां भी बढ़ रही है. ऐसे में जैव विविधता कार्यक्रम के तहत पटना नगर निगम ने नई पहल की है. आगामी 2024-25 के वित्तीय वर्ष में निगम ने 2 करोड़ की राशि का प्रावधान लुप्त हो रहे पेड़-पौधों की प्रजातियों को संरक्षित करने के लिए किया है. इस योजना के तहत पटना के विभिन्न क्षेत्रों में खाली पड़े जगह पर नए पार्क तैयार किए जाएंगे.

लुप्त हो रहे पेड़ पौधे
लुप्त हो रहे ये पेड़-पौधे: पटना नगर निगम के सशक्त स्थाई समिति के सदस्य इंद्रदीप चंद्रवंशी ने बताया कि भारत सरकार की दिशा निर्देश पर जैव विविधता प्रबंधन समिति पटना नगर में काम करती है, जिसके वह सदस्य हैं. आज दुनिया में जो जलवायु परिवर्तन की स्थिति बन रही है इससे कई पेड़ पौधों की प्रजातियां लुप्त हो रही हैं. कल्पवृक्ष, क्रंच वृक्ष, पाकड़, बरगद, बरहर, गुल्लर, शीशम, ब्रह्म कमल, इत्यादि कई पेड़ पौधों की प्रजातियां लुप्त हो रही है. अब के बच्चे इन पेड़ पौधों के बारे में अधिक जानकारी भी नहीं रखते हैं. मोबाइल की इस दौड़ में बच्चे भी पेड़-पौधे से दूर हो रहे हैं.

पटना निगम क्षेत्र में बनेंगे पार्क: इंद्रदीप चंद्रवंशी ने बताया कि निगम ने तय किया है कि पटना निगम क्षेत्र के खाली पड़े जमीन में पार्क बनाया जाएगा. इसके अलावा मरीन ड्राइव के किनारे बहुत सारी नगर निगम की जमीन है. इन सभी को डेवलप करने के लिए बात भी चल रही है. इस बार वित्तीय वर्ष में 2 करोड़ राशि का प्रावधान लुप्त हो रहे पेड़-पौधों के संरक्षण के लिए किया गया है. खाली जगह पर गंगा किनारे और अन्य इलाकों में नए पार्क तैयार किए जाएंगे.

लुप्त हो रहे पेड़ पौधे

छात्रों को मिलेगी मदद:पार्क की खासियत यह होगी की यहां लुप्त हो रहे औषधीय पौधे होंगे. सभी के पास उसका नाम, महत्व और उसके औषधीय गुण लिखे होंगे. इससे राजधानी पटना में आकर हॉर्टिकल्चर की पढ़ाई करने वाले छात्रों को काफी मदद मिलेगी. कभी प्राइमरी हेल्थ केयर और प्राइमरी एजुकेशन म्यूनिसिपैलिटी का हिस्सा हुआ करता था. आज भी देश के कई नगर पालिकाओं में यह है लेकिन बिहार में अब नगर पालिका के पास प्राइमरी हेल्थ केयर और प्राइमरी एजुकेशन में कोई नियंत्रण नहीं है.

लुप्त हो रहे पेड़ पौधे

बढ़ेगा पर्यावरण संरक्षण का महत्व: इंद्रदीप चंद्रवंशी ने बताया कि नगर पालिका चुनाव में जनता प्राइमरी हेल्थ और प्राइमरी एजुकेशन को लेकर वार्ड काउंसलर से सवाल पूछती है और उम्मीदें रखती है. फिलहाल नगर निगम के वार्ड पार्षद अपने वार्ड क्षेत्र में प्राइमरी एजुकेशन के सेक्रेटरी कमेटी के अध्यक्ष होते हैं. इस नाते वह अपने इलाके की प्राइमरी विद्यालयों को निमंत्रण देंगे की बच्चों को लेकर विद्यालय प्रबंधन इस विलुप्त हो रहे पेड़-पौधों के प्रजातियों से भरे पार्क में आए और पर्यावरण संरक्षण का महत्व समझे.

"मोबाइल के इस दौड़ में बेहतर भविष्य के लिए बच्चों का पर्यावरण के प्रति ज्ञान बेहद जरूरी है. बचपन में ही बच्चे सीख जाते हैं कि कौन सा पौधा कैसे उगाया जाता है, किस पौधे का क्या महत्व है, तो भविष्य में यह बच्चे बेहतर पर्यावरण संरक्षण कर सकेंगे. पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी और जवाब देही का ज्ञान हो जाए तो आगे के 50 साल बाद इन बच्चों के रहने के लिए एक बेहतरीन वातावरण तैयार कर सकेंगे."- इंद्रदीप चंद्रवंशी, सदस्य, पटना नगर निगम

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Last Updated : Feb 18, 2024, 5:07 PM IST

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