पटनाःबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमारइन दिनों सियासी और प्रशासनिक स्तर पर काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं. पिछले एक सप्ताह से वो लगातार विकास योजनाओं की समीक्षा कर रहे हैं तो लंबित योजनाओं को तय समय पर पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दे रहे हैं. इतना ही नहीं विकास योजनाओं के उद्घाटन-शिलान्यास को लेकर वो कई जिलों का दौरा भी कर चुके हैं. नीतीश की इस सक्रियता को विपक्ष चुनाव से जोड़ रहा है तो जेडीयू का कहना है कि सीएम 365 दिन 24X7 बिहार के विकास के लिए काम करते आए हैं.
एक्शन में नीतीश कुमारः पिछले कुछ दिनों से सीएम नीतीश कुमार कितने एक्टिव हैं वो इस बात से समझा जा सकता है कि वो पिछले 15 दिनों के अंदर ही प्रदेश के कई जिलों का दौरा कर चुके हैं और कई योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास कर चुके हैं. इसके अलावा चल रही विकास परियोजनाओं को समय पर पूरा करने को लेकर भी गंभीर दिख रहे हैं.
विकास परियोजनाओं को लेकर बेहद सक्रियःमुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 22 अगस्त को मुजफ्फरपुर-हाजीपुर फोरलेन के निर्माणाधीन बाइपास का निरीक्षण किया तो 26 अगस्त को IGIMS स्थित चक्षु अस्पताल का भी निरीक्षण. अगले ही दिन यानी 27 अगस्त को सीएम ने पटना सिटी स्थित गुरु गोविंद सिंह अस्पताल परिसर में बन रहे मॉडल अस्पताल का निरीक्षण.
लगातार दौरे कर रहे हैं सीएमः 28 अगस्त को सीएम ने पूर्णिया के चूनापुर सेन हवाई अड्डा का निरीक्षण किया तो 29 अगस्त को नालंदा में राज्य खेल अकादमी एवं बिहार खेल विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया. वहीं 2 सितंबर को औरंगाबाद डेयरी एवं सासाराम शहरों के लिए पेयजल आपूर्ति योजना का कार्य आरंभ और 4 सितंबर को जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के विस्तारीकरण कार्य का भी निरीक्षण किया.
कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यासः इसके अलावा सीएम नीतीश ने 5 सितंबर को भोजपुर जिला मुख्यालय आरा में राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के कामों के निरीक्षण के साथ-साथ जिले में कई विकास परियोजनाओं को उद्घाटन-शिलान्यास किया. वहीं 6 सितंबर को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के साथ पटना के IGIMS में 188 करोड़ की लागत से तैयार क्षेत्रीय चक्षु संस्थान का उद्घाटन किया तो 850 करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास किया. इसके बाद 7 सितंबर को भी गया के विष्णुपद मंदिर तक वैकल्पिक पहुंच पथ का उद्घाटन एवं एकीकृत जल निकासी योजना का लोकार्पण किया.
अधिकारियों को खास दिशा-निर्देशः सीएम परियोजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास तो कर ही रहे हैं, उन्हें तय समय पर पूरा करने के निर्देश भी दे रहे हैं. इसको लेकर वो अधिकारियों के साथ लगातार समीक्षा बैठक कर रहे हैं और कई बार अधिकारियों को फटकार लगाते भी देखे गये हैं. सीएम का साफ निर्देश है कि जो भी योजनाएं शुरू की गई हैं उन योजनाओं को तय सीमा के अंदर हर हाल में पूरा किया जाए.
'जनता को बेवकूफ बनाने की कोशिश':सीएम नीतीश कुमार का इस तरह एक्टिव होना विपक्ष को रास नहीं आ रहा है. आरजेडी इसे विधानसभा की तैयारियों से जोड़ कर देख रहा है. आरजेडी प्रवक्ता सारिका पासवान का कहना है कि 6 महीने से तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहीं दिखाई नहीं दे रहे थे.आजकल वह निरीक्षण के लिए निकले हैं.
"आरक्षण को 9वीं अनुसूची में डालना था,इसका निरीक्षण कब करेंगे ? बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देना था,इसका निरीक्षण कब किया जाएगा ? मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की समीक्षा कब की जाएगी ? बिहार में जितने घोटाले हुए उसकी समीक्षा कब की जाएगी ? विधानसभा का चुनाव अब नजदीक आने वाला है यही कारण है कि निरीक्षण के नाम पर जनता को बेवकूफ बनाने की प्रक्रिया चल रही है"-सारिका पासवान, प्रवक्ता, आरजेडी
'नेता प्रतिपक्ष को राजनीतिक रतौंधी':आरजेडी के आरोपों पर बिफरे जेडीयू ने भी करारा पलटवार किया. जेडीयू प्रवक्ता अरविंद निषाद का कहना है सीए नीतीश कुमार जी पिछले 19 वर्षों से पूरे बिहार में एक्टिव हैं और काम कर रहे हैं.मुख्यमंत्री जी ने अपने कार्यों से लोगों को जो सुविधा देने का प्रण लिया है वह लगातार उस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.
"आज सड़कों का जाल बिछा है, हर घर नल का जल मिल रहा है हर घर बिजली मिल रहा है, फ्लाईओवर का निर्माण बड़ी संख्या में हुआ है.स्वास्थ्य की सुविधाों में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को ये सब दिखाई नहीं पड़ता है. वे जब हमारे साथ होते हैं तो राज्य में विकास की गंगा बह रही होती है तो नेता प्रतिपक्ष को राजनीतिक रतौंधी हो गयी है."-अरविंद निषाद, प्रवक्ता, जेडीयू