लखनऊः उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की हजारों बसें इलेक्शन ड्यूटी में लगा दी गई हैं. ऐसे में इलेक्शन में गई बसें यात्रियों को टेंशन दे गई हैं. बस स्टेशनों पर बसों के अभाव में यात्री स्टेशनों पर गर्मी में पसीना बहाते हुए बस का इंतजार करते नजर आए. घंटों बसें न आने पर यात्री अपनी मंजिल पर पहुंचने के लिए बेवस नजर आए. कैसरबाग बस स्टेशन पर विभिन्न क्षेत्रों के लिए जाने वाले यात्रियों का हुजूम उमड़ा. बस न मिलने पर तमाम यात्री पूछताछ काउंटर पर बस के बारे में जानकारी लेते रहे तो तमाम यात्रियों ने एसी कमरों में मौजूद अधिकारियों से जानकारी ली, लेकिन उन्हें समय पर बस न मिली. कमोवेश यही स्थिति लखनऊ के सभी बस स्टेशनों की रही.
चुनावी ड्यूटी में गईं बसों के कारण यात्रियों के सामने दिक्कतें आने लगी हैं. रामनवमी से पहले अष्टमी के मौके पर मंगलवार को बस अड्डों पर खूब भीड़ दिखी. हालांकि बसों की कमी की वजह से यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. रोडवेज प्रशासन का दावा है कि बसों की संख्या पर्याप्त है. सभी यात्रियों को बस से भेजा जा रहा है, कहीं कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन भीड़ के आगे यात्रियों के दावे पूरी तरह खोखले साबित हुए.
मंगलवार को दोपहर बाद चारबाग, आलमबाग, कैसरबाग और अवध बस स्टेशन पर विभिन्न स्थानों को जाने के लिये लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया. ट्रेनों में जगह नहीं मिलने से परेशान लोगों के पास बस का ही सहारा था. बुधवार को सरकारी कार्यालयों में छुट्टी होने की वजह से मंगलवार को ही लोगों के जाने का सिलसिला शुरू हो गया. कैसरबाग बस स्टेशन की तो स्थिति यह रही की तमाम महिलाएं अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ बसों का इंतजार करती रहीं. बस स्टेशन पर लगी बसों की समयसारिणी में बस की टाइमिंग निहारती नजर आईं. उन्हें बस दूर-दूर तक नजर नहीं आई. बस स्टेशन पर रोडवेज के अधिकारी तो मौजूद थे लेकिन वह अपने कमरे से बाहर निकल कर यात्रियों को बस का इंतजाम करने के प्रति बिल्कुल भी सक्रिय नहीं दिखे. ऐसे में यात्रियों की मजबूरी बनी कि वह खुद एसी कमरों में बैठे अफसर के पास जाकर बसों की जानकारी लेने लगे. कई यात्रियों ने तो बसों की कमी को लेकर हंगामा भी किया. चारबाग और आलमबाग बस स्टेशनों पर भी यात्रियों की खूब भीड़ उमड़ी और परिवहन निगम की व्यवस्थाएं लचर रहीं.
लखनऊ परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी यही दावा करते रहे कि लखनऊ रीजन के चुनाव ड्यूटी में सिर्फ 75 बसें गई हैं. रीजन में कुल 1000 बसें हैं. ऐसे में यात्रियों को बसों को लेकर कोई समस्या नहीं हो रही है. हालांकि उनका यह बयान एसी कमरे में बैठकर दिया गया बयान था, क्योंकि हकीकत यही थी कि कैसरबाग बस स्टेशन पर यात्रियों को बसों के अभाव में काफी दिक्कतें हुईं.
डग्गामार बस पकड़ी
परिवहन निगम और परिवहन विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को भी चारबाग बस स्टेशन के पास से एक डग्गामार बस को सीज किया है. बस की नंबर प्लेट उसके अंदर रखी हुई मिली थी जिसका नंबर यूपी 32 बीटी 4166 था. कार्रवाई करने वालों में चारबाग डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक प्रशांत दीक्षित, कर्मचारी यूनियन के नेता रूपेश कुमार और पीटीओ मनोज भारद्वाज शामिल थे.
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